देवोत्थान एकादशी पर पांच सौ जोड़े लेंगे फेरे
घर-घर में बजेगी शहनाई, जिले के सभी मैरिज होम बुक, ग्रामीण क्षेत्र में खेतों में सजेंगे शादी के पंडाल, तैयारियों में जुटे लोग।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता: सोमवार को देवोत्थान एकादशी के साथ शादी ब्याह जैसे मांगलिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाएगी। बाजारों में इसकी अभी से रौनक दिखाई देने लगी है। शादी वाले घरों की सजावट को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके अलावा घर-घर में भी गन्नों का मंडप सजाकर भगवान के पूजन की तैयारियां की जा रही हैं। इस बार जिले में करीब 500 से अधिक जोड़े एक दूजे के होंगे।
19 नवंबर को देवोत्थान एकादशी से फिर से शहनाइयां बजनी शुरू हो जाएंगी। देवोत्थान एकादशी को अबूझ साया माना जाता है, इसलिए इस दिन सबसे अधिक शादियां होंगी। एक अनुमान के मुताबिक 19 नवंबर को ही जिले में 500 शादियां होंगी। अभी से शहर में हर ओर वैवाहिक माहौल ही नजर आने लगा है। मैरिज होम में एक माह पहले से ही बु¨कग होना चालू हो गई थी। जिले में घोड़ियों से ज्यादा दूल्हों की संख्या है। एक-एक घोड़ी वाला चार-चार जगह घुड़चढ़ी कराने की तैयारी में हैं। शहर के दो दर्जन से अधिक मैरिज होम बुक हो चुके हैं। मैरिज होम ने मिलने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में सैकड़ों शादियां खेतों में पंडाल सजाकर संपन्न कराई जाएंगी। ग्रामीण भी शादी की तैयारियों में जुटे हुए हैं। मैरिज होम संचालक अर¨वद बताते हैं कि बु¨कग के लिए लोगों ने एक माह पहले ही एडवांस पैसा जमा कर दिया है। दर्जनों लोग बु¨कग न होने के कारण निराश लौट गए। वहीं कुछ लोग खुले आसमान में शादी का मंडप बनाने के तैयारियों में लगे हुए हैं।