डीएम के आदेश हवा में, गर्मी से व्याकुल बच्चे
दिए थे सुबह 11.30 बजे छुट्टी के आदेश दो बजे तक खुल रहे स्कूल तपती दोपहरी में पसीने से लथपथ घर लौट रहे बच्चे विभाग नहीं कर रहा कार्रवाई।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। शहर के देवी रोड निवासी रानी राजा का बाग स्थित संचालित एक स्कूल में कक्षा तीन की छात्रा है। स्कूल आने के लिए वह सुबह सात बजे घर से निकलती है, लेकिन दोपहर एक बजे छुट्टी होने पर घर जाती है। गर्मी में वह पसीने से लथपथ हो जाती है।
यह अकेले रानी का दर्द नहीं है। ऐसे तमाम बच्चे तपती दोपहरी में स्कूल से घर लौटते समय गर्मी से व्याकुल हो उठते हैं। ये परेशानी निजी और बिना मान्यता संचालित जूनियर स्कूलों की मनमानी से बच्चों को झेलनी पड़ रही है।
गर्मी में जूनियर कक्षाओं के विद्यार्थियों को राहत देने के लिए डीएम के निर्देश पर बेसिक समेत निजी स्कूलों का समय बदला गया था। निजी स्कूल आज भी विद्यार्थियों को सुबह सात बजे बुलाकर दोपहर दो बजे छोड़ रहे हैं।
बीते माह जारी हुआ था आदेश
भीषण गर्मी के दौर में डीएम पीके उपाध्याय के निर्देश पर बीएसए विजय प्रताप सिंह ने 27 अप्रैल को आदेश जारी किया था, जिसमें बेसिक के प्राइमरी और उच्च प्राथमिक स्कूलों के अलावा अशासकीय स्कूलों के खुलने और बंद होने के समय में परिवर्तन किया गया था। आदेश में विद्यालयों के खुलने का समय सुबह 7.30 बजे से 11.30 बजे कर दिया गया। बेसिक में तो आदेश जारी होते ही अमल शुरू हो गया, जबकि निजी स्कूलों ने इसे ठेंगा दिखा दिया।
करेंगे कार्रवाई
शहर और कस्बों के निजी प्राइमरी और जूनियर स्कूल समय को लेकर मनमानी कर रहे हैं। अब ऐसे स्कूलों की जानकारी करके कार्रवाई की जाएगी। मान्यता नहीं मिलने पर मुकदमा भी कराया जाएगा।
विजय प्रताप सिंह, बीएसए
यह हो सकती है परेशानी
फिजीशियन डॉ. धर्मेंद्र कुमार के मुताबिक दोपहर में गर्मी के बीच स्कूल से घर लौटते समय विद्यार्थियों को तेज धूप से डायरिया और चक्कर आने के साथ कमजोरी महसूस हो सकती है। सिरदर्द के साथ बुखार भी हो सकता है। स्कूल जरूरी है तो छाता लगाए या सिर पर कैप लगाकर रहें।
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