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कायाकल्प के सर्वे में अस्पताल पास, शासन ने दिया पुरस्कार

जासं मैनपुरी कायाकल्प के सर्वे में जिला अस्पताल पास हो ही गया।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 22 Aug 2020 06:10 AM (IST)
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कायाकल्प के सर्वे में अस्पताल पास, शासन ने दिया पुरस्कार

जासं, मैनपुरी : कायाकल्प के सर्वे में जिला अस्पताल पास हो ही गया। सुविधाओं और संसाधनों के साथ सिस्टम की मॉनीटरिग को आई टीम ने भरपूर अंक दिए। अब शासन ने उपलब्धि पर पीठ थपथपाते हुए तीन लाख रुपये की धनराशि से सम्मानित किया है। बस, शर्त यह है कि जिन इंतजामों पर रैंकिग पाई है, उसे बरकरार रखना होगा।

शासन स्तर से सूबे के दर्जन भर से ज्यादा जिला चिकित्सालयों को कायाकल्प योजना में शामिल किया गया था। इसमें जिला चिकित्सालय भी शामिल था। जनवरी 2019 में लखनऊ से आई टीम ने अस्पताल का सर्वे किया था। अलग-अलग प्वाइंटों पर कार्रवाई कराई गई थी। इसमें अस्पताल को 70 अंक मिले थे।

उसके तीन महीनों बाद मार्च-अप्रैल 2019 में दूसरी टीम ने छह प्वाइंटों पर सर्वे किया था। इस सर्वे में 75 अंक शासन स्तर से दिए गए। अस्पताल प्रबंधक वरुणा पूनम का कहना है कि अब शासन स्तर से हमें कायाकल्प योजना का प्रमाण पत्र दिया गया है। अस्पताल को पास कर दिया गया है। शासन द्वारा अस्पताल प्रशासन को तीन लाख रुपये का पुरस्कार बतौर धनराशि सौंपा जाएगा। ये होंगे धनराशि के हिस्सेदार

शासन स्तर से जो तीन लाख रुपये की धनराशि अस्पताल प्रशासन को दी जाएगी, उसमें से 75 फीसद धनराशि अस्पताल की व्यवस्थाओं और सुविधाओं पर खर्च करना होगा और शेष 25 फीसद धनराशि उन सहयोगियों को प्रोत्साहित करने के लिए खर्च की जाएगी जिनकी मदद के बूते यह उपलब्धि हासिल हुई है। इन प्वाइंटों पर हुआ था सर्वे

- अस्पताल में साफ-सफाई के इंतजाम।

- लॉउंड्री की व्यवस्था।

- गार्डन और हरियाली की व्यवस्था।

- अस्पताल परिसर में कूड़ा निस्तारण के प्रबंध।

- अस्पताल का मैनेजमेंट सिस्टम और एंबुलेंसों की स्थिति।

- यूपीएचएसएसपी से दी गई सुविधाओं का रखरखाव। पैरामेडिकल स्टाफ को विशेष सराहना

जिला अस्पताल की उपलब्धि के लिए पैरामेडिकल स्टाफ के कार्यों की विशेष सराहना की गई है। भेजे गए पत्र में नर्सिंग स्टाफ की कार्यशैली, मरीजों से व्यवहार और उनकी मेहनत को भी तवज्जो दी गई है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। पूरी टीम के सहयोग की वजह से यह उपलब्धि हासिल हुई है। इसके असली हकदार हमारे नर्सिंग स्टाफ और पूरा मैनेजमेंट है।

डॉ. आरके सागर, सीएमएस।