17 विभाग बदल रहे सीएम के गांवों की सूरत
रोशनी से होंगे जगमग तो बनेंगे शौचालय और गलियों का निर्माण होगा? पात्रों को मिलेगी पेंशन बनेंगे आंगनबाड़ी केंद्र।
जासं, मैनपुरी: जिले के सात गांवों की तस्वीर बदल रही है। शासन की प्राथमिकता में शामिल मुख्यमंत्री समग्र गांवों में अब विकास हो रहा है। इन गांवों में 17 विभाग मिलकर 24 योजनाओं के जरिये विकास करने में जुटे हैं। नेडा रोशनी से जगमग कर रहा है तो पंचायत राज विभाग शौचालय बनवा रहा है। महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग आंगनबाड़ी केंद्र की तैयारी में है। पात्रों को योजनाओं का लाभ दिया जाने लगा है।
मुख्यमंत्री ग्राम समग्र विकास योजना के तहत जिले के सात गांवों का कायाकल्प हो रहा है। भाजपा सरकार ने सत्ता में आने के बाद बीते साल लोहिया समग्र गांव योजना के बदले इसे लागू किया था। विकास कार्यों से वंचित रहे गांवों की सूची आने के बाद शासन स्तर पर योजना के तहत जिला के सात गांवों का चयन किया गया। गांवों में 24 योजनाओं का संचालन कर प्रत्येक योजना से गांव को संतृप्त किया जाएगा, 17 विभागों की जिम्मेदारी भी तय की गई है।
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ये कराए जा रहे कार्य
समाज कल्याण, प्रोबेशन, दिव्यांग जन कल्याण और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग को जिम्मेदारी दी गई है। आवास, संपर्क मार्ग, विद्युतीकरण, गली निर्माण, नाली निर्माण, स्वच्छ भारत मिशन, स्वच्छ पेयजल, प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालय की स्थापना और विद्यालयों का कंप्यूटीकरण, आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, विधवा, वृद्धा, किसान और दिव्यांगजन पेंशन, कौशल विकास कार्यक्रम, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, पौधारोपण, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन, सोलर- स्ट्रीट लाइट, राष्ट्रीय साक्षरता मिशन, मनरेगा, तालाबों का जीर्णोद्धार, डेयरी, किसान क्रेडिट कार्ड, मृदा परीक्षण के अलावा प्रमाणित बीज वितरण भी होगा। ये गांव हैं चयनित
करहल का अड़नी, घिरोर का कोसोन, जागीर के कछपुरा के अलावा मैनपुरी ब्लाक के बुर्रा, जरामई, हलपुरा और परौंख। मुख्यमंत्री समग्र गांवों को सोलर स्ट्रीट लाइट से जगमग किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्र बन गए हैं। सभी 17 विभाग 24 योजनाओं से पात्रों को लाभ देने में जुटे हैं।
-केके सिंह, परियोजना निदेशक।