कोरोना वायरस को लेकर बाजार में छाई सुस्ती, कारोबार धड़ाम
मैनपुरी जासं। अब कोरोना वायरस को लेकर मची हलचल और सजगता असर बाजारों पर भी दिखने लगा है। दुकानों से ग्राहक दूर होने लगे हैं तो बाजारों में सन्नाटा पसरता दिखने लगा है। बाजार में ग्राहकों की आमद कम होने से तमाम दुकानदार तो खाली ही बैठे नजर आते हैं। वहीं जरूरत पर ही बाजार आने वाले ग्राहक ही दुकानों पर दिखाई देते हैं।
जासं, मैनपुरी: अब कोरोना वायरस को लेकर मची हलचल और सजगता का असर बाजारों पर भी दिखने लगा है। दुकानों से ग्राहक दूर होने लगे हैं तो बाजारों में सन्नाटा पसरता दिखने लगा है। बाजार में ग्राहकों की आमद कम होने से तमाम दुकानदार तो खाली ही बैठे नजर आते हैं। वहीं, जरूरत पर बाजार आने वाले ग्राहक ही दुकानों पर दिखाई देते हैं।
होली से चार-पांच दिन बाजार भीड़ से गुलजार थे। कोरोना को लेकर मचे हो-हल्ला के बाद से बाजार सुनसान नजर आने लगे हैं। ग्राहकों से गुलजार रहने वाला घंटाघर और सराफा बाजार भी अब सूना हो गया है। सुबह से शाम तक ग्राहकों की भीड़ से भरा रहने वाला आगरा रोड बाजार और तांगा स्टैंड बाजार भी गुरुवार को सूना सा नजर आया। कुछ ऐसा ही हाल शहर के दूसरे बाजारों में भी दिखने लगा है।
सर्राफा बाजार पर भी मार
सराफा बाजार में 44 हजार से ऊपर जा पहुंचा सोना गुरुवार को 40241 हजार पर आ गया, हालांकि बीते दिनों इसमें इजाफा हुआ और 41 हजार के आसपास मार्केट बंद हुआ, जबकि चांदी गुरुवार को 36 हजार के आसपास रही। बाजार में दोनों धातुओं के भावों में कमी आने के बाद भी ग्राहक नहीं आ रहे हैं।
चिकन-मटन सुस्त
सप्ताह भर ही हुआ है, जब होली के दूसरे दिन पड़वा पर शहर में जमकर मटन और चिकन की बिक्री हुई, पर पड़वा के बाद से मीट कारोबार बेरंग होता जा रहा है। अब नागरिक कोरोना वायरस को लेकर चिकन और मटन आदि मांसाहारी व्यंजन खाने से परहेज करने लगे हैं।
रेडीमेड और अन्य शोरूम भी खाली
आगरा रोड, कचहरी रोड और घंटाघर बाजार में ग्राहकों के अभाव में दुकानें खाली नजर आईं। इक्का-दुक्का दुकानों पर ग्राहक नजर आए। वह भी आवश्यक कपड़ों की खरीदारी ही करते दिखे। वहीं, कपड़ा बाजार भी सुस्त नजर आया। तमाम दुकानदार हाथ पर हाथ रखे बैठे दिखे।
नवरात्र में और छाएगी सुस्ती
दुकानदारों का मानना है कि यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में नवरात्र आरंभ होते ही बाजार में और अधिक सुस्ती छाएगी। आने वाले एक माह तक कारोबार प्रभावित होगा। वैसे भी शादियों का सीजन एक माह तक बंद होने बाजार सुस्त ही रहेगा।
होली से पहले कुछ ग्राहक सोना मंहगा होने के बाद भी खरीदारी को आते थे। अब तो सुबह से शाम तक धातु मंदी होने के बाद भी इक्का-दुक्का ग्राहक ही दुकान पर आते हैं।नंदकिशोर वर्मा।
अब बाजार भी खाली नजर आ रहे हैं। ग्राहकों की आमद काफी कम हो गई है। लोग सावधानी के चलते बाजारों से दूरी बनाने लगे हैं। चंद ग्राहक ही दुकान पर आते हैं। कन्हैया लाल गुप्ता।
ग्राहकों का बाजार आना कम होने लगा है। आमदनी कम होने लगी है। कोराना का असर ही बाजार पर दिखता है। लोग अब सावधानी की वजह से भीड़भाड़ में नहीं आ रहे हैं।कुलदीप कश्यप।
साड़ियों की बिक्री प्रभावित होने लगी है। ग्राहक बाजार में नहीं आ रहे है, इस वजह से खर्चे पूरे करने में दिक्कत हो रही है। अब तो बाजार इस बीमारी का हल्ला थमने पर ही आएंगे। -हाजी बाबुद्दीन।