गुलाबी ठंड के साथ बीमारियों की भी दस्तक
मौसम का बदलना शुरू हो गया है। सर्द हवा चलने से ठंड का अहसास शुरू हो गया है। ऐसे में बीमारियों ने भी पैर पसार दिए हैं। अस्पताल में मरीज बढ़ रहे हैं।
मैनपुरी : बादलों की आहट के साथ गुलाबी ठंड ने दस्तक दे दी है। मौसम का यह बदलाव सेहत को नुकसान पहुंचाने लगा है। वायरल बुखार के साथ सर्दी और जुकाम पैर पसारने लगे हैं। बच्चे मौसम की मार की चपेट में सबसे ज्यादा आ रहे हैं।
पिछले दो दिनों से मौसम में बड़ा बदलाव हुआ है। सुबह और रात को सर्द हवा चलती रही। गुरुवार को दोपहर बाद से आसमान में छाए बादल शुक्रवार को भी रह-रहकर घुमड़ते रहे। सुबह सर्द हवाओं ने लोगों को ठिठुरन का अहसास करा दिया। दोपहर बाद आसमान में फिर से बादलों ने अपना डेरा डाल दिया। ठंडी हवा ठंडक का अहसास कराती रही। मौसम के इस बदलाव को चिकित्सक सेहत के लिए नुकसानदेह बता रहे हैं।
100 शैया मातृ एवं शिशु चिकित्सा यूनिट के विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक द्विवेदी का कहना है कि कोई भी मौसम परिवर्तित होने पर अपने साथ बीमारियां लेकर आता है। बच्चे जल्दी इसकी चपेट में आते हैं। इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि उनके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित नहीं हुई होती है। बुखार, सर्दी, खांसी, जुकाम के साथ वायरल का प्रकोप होना आम बात है। बेहतर है कि ऐसी बीमारियों से बचाव के लिए नवजात की विशेष देखभाल करें। ये बरतें सावधानियां
- बच्चों को सीधे खुली हवा में न ले जाएं।
- फुल आस्तीन वाले कपडे़ ही पहनाएं।
- फ्रिज का ठंडा पानी और कोल्ड ¨ड्रक से परहेज रखें।
- तबियत बिगड़ने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें।