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किशनी में झोलाछाप के इंजेक्शन से नवजात की मौत, हंगामा

किशनी संसू। नवजात को फोड़े की शिकायत हुई तो परिजनों ने बंगाली को दिखाया। बंगाली ने नवजात के इंजेक्शन लगा दिया। देर रात नवजात की मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने क्लीनिक पर हंगामा किया। मौके से चिकित्सक क्लीनिक छोड़कर फरार हो गया। घटना के बाद चेते स्वास्थ्य विभाग ने क्लीनिक को सील कर दिया। पुलिस बंगाली की तलाश कर रही है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Jan 2020 11:29 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 06:11 AM (IST)
किशनी में झोलाछाप के इंजेक्शन से नवजात की मौत, हंगामा

संसू, किशनी(मैनपुरी): मासूम का इलाज झोलाछाप से कराना जानलेवा साबित हुआ। मुहल्ला गढ़ी की चार माह की बच्ची के शरीर पर फोड़ा निकला। मुहल्ले के झोलाछाप डॉक्टर ने इंजेक्शन लगा दिया। आरोप है कि इसके कुछ देर बाद मासूम की मौत हो गई। सूचना पर पहुंचे स्वास्थ्य अधिकारियों ने क्लीनिक को सील कर जांच शुरू कर दी है।

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कस्बा के मुहल्ला गढ़ी निवासी बदन सिंह के मकान में शिकोहाबाद के गांव किशनपुर निवासी राहुल पुत्र सीताराम जाटव किराए पर रहते हैं। उनकी चार माह की बेटी मानवी के शरीर के पिछले हिस्से में फोड़ा हुआ था। स्वजनों ने मुहल्ले में क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप टी. विश्वास से इलाज लिया। बुधवार शाम झोलाछाप के इंजेक्शन लगाने के बाद बालिका की तबियत खराब होने लगी। गुरुवार की सुबह बालिका की मौत हो गई।

घटना से नाराज लोगों ने दुकान पर पहुंचकर हंगामा शुरू किया तो झोलाछाप फरार हो गया। सूचना पर पुलिस और प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. प्रदीप गुप्ता मौके पर पहुंचे। स्वास्थ्य अधिकारियों ने क्लीनिक को सील कर दिया है। थानाध्यक्ष ओमहरी वाजपेयी का कहना है कि स्वजनों की शिकायत के आधार पर झोलाछाप की तलाश की जा रही है।

पूर्व में भी झोलाछाप लेते रहे हैं जान

जासं, मैनपुरी: स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से जिले में झोलाछाप की दुकानें बेखौफ संचालित हो रही हैं। अकेले शहर में ही लगभग दो सैकड़ा छोटी-बड़ी दुकानें संचालित हो रही हैं। कर्मचारियों से सांठगांठ के चलते इनका कारोबार खूब फल-फूल रहा है। पहले भी इनके गलत इलाज से इंसानी जिदगियां खतरे में पड़ती रही हैं। घटना के बाद विभागीय अधिकारी छापामार कार्रवाई करने के बाद शांत बैठ जाते हैं।

यहां गई थीं जानें

सात अक्टूबर 2015 को घिरोर क्षेत्र के गांव शाहजहांपुर निवासी हरिओम (28) पुत्र रघुवीर की झोलाछाप के गलत उपचार से मौत हो गई थी।

पांच अक्टूबर 2018 को बिछवां थाना क्षेत्र के गांव तिसौली निवासी विनय को बुखार आने पर स्वजन गांव के ही झोलाछाप के पास ले गए थे। जहां इंजेक्शन लगाते ही बालक की मौत हो गई थी।

एक जुलाई 2017 को किशनी थाना क्षेत्र के गांव नंदपुर निवासी राधे (5) को बुखार आने पर स्वजन कस्बा कुसमरा में झोलाछाप के पास ले गए थे जहां गलत इंजेक्शन से बालक की मौत हो गई थी।

जुलाई 2018 को किशनी थाना क्षेत्र के गांव बुढ़ौली निवासी नीरज (23) का कुसमरा के गांव परशुरामपुर निवासी झोलाछाप अनिल कुमार ने गलत ऑपरेशन कर दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी।

झोलाछाप के खिलाफ लगातार कार्रवाई कराई जा रही है। लोगों से भी अपील की गई है कि वे ऐसे लोगों की सूचना दें। सभी एसीएमओ को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में संचालित झोलाछाप के खिलाफ कार्रवाई करें।

डॉ. एके पांडेय, सीएमओ।


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