अस्पताल में गोवंश, पुलिस ने भीड़ को खदेड़ा
बरनाहल में परेशान रहे मरीज, करहल में दो सैकड़ा ग्रामीणों पर मुकदमा।
मैनपुरी, जागरण संवाददाता। बेसहारा गोवंश को पकड़कर स्कूल और अस्पतालों में बंद करने का सिलसिला शहर से देहात तक दिन भर चलता रहा। कुछ जगहों पर पुलिस और ग्रामीणों के बीच नोंकझोंक भी हुई। बरनाहल में हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़ने के बाद अस्पताल से मवेशियों को बाहर निकाला गया। शहर से सटे नगला सभा में भी प्राथमिक विद्यालय में पशु बंद कर दिए। औंछा के गांव छतारी में पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बच्चों को निकालकर पशुओं को बंद कर दिया। वहीं करहल में स्कूल में गोवंश बंद कराए जाने के मामले में प्रधानाध्यापक की तहरीर पर पुलिस ने दो सैकड़ा ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बरनाहल के गांव लाखनमऊ स्थित न्यू पीएचसी में गुरुवार की सुबह ग्रामीणों ने गोवंशों को जबरन बंद कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने प्रशासन को हालात की जानकारी दी। एसडीएम करहल रामसकल मौर्य और थाना प्रभारी संजय कुमार ने पुलिस बल के साथ ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। जबरन अस्पताल परिसर में मवेशियों को बंद करने लगे। रोकने पर उत्पाती लोगों की पुलिस के साथ जमकर नोंक-झोंक हुई। बाद में पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर ग्रामीणों को खदेड़ा और अस्पताल परिसर में बंद गोवंश को मुक्त करा उन्हें ट्रकों के माध्यम से गोशाला भिजवाया। मैनपुरी ब्लॉक के गांव नगला सभा में भी ग्रामीणों ने दोपहर करीब 12 बजे प्राथमिक विद्यालय में पशु बंद कर दिए। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने पशुओं को मुक्त कराया। करहल : ग्रामीणों ने नगला बदा स्थित परिषदीय स्कूल परिसर में गोवंश को घेरकर बंद कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोवंश को हटवाकर विद्यालय को खाली करा दिया। क्षेत्र के ही परिषदीय स्कूल नगला खुशाल में लगभग दो सौ गोवंश को बंद करने वाले अज्ञात ग्रामीणों के खिलाफ प्रधानाध्यापक सुनील कुमार ने तहरीर दी है। तहरीर में साफ लिखा गया है कि ग्रामीणों ने बच्चों की पढ़ाई के साथ सरकारी कार्य में बाधा डाली है। पुलिस ने पशु क्रूरता अधिनियम के तहत दो सैकड़ा किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। ग्रामीणों की कार्यशैली से भयभीत बच्चों और शिक्षकों ने दिन भर दहशत का माहौल बना रहा। ज्योंती: औंछा के पूर्व माध्यमिक विद्यालय छतारी में ग्रामीणों ने खेतो में चर रहे गोवंश को घेरकर कर दिया। गोवंश को स्कूल में देख बच्चों व अध्यापकों में अफरातफरी मच गई। सूचना पर नायब तहसीलदार, थानाध्यक्ष औंछा, ग्राम प्रधान अवनीश यादव आदि ने पहुंच कर विद्यालय को गोवंश से खाली कराया गया। विद्यालय में पढ़ाई सुचारू रूप से हो सकी। अधूरा है निर्माण, कहां रखेंगे गोवंश: कस्बा में निर्माणाधीन कान्हा पशु आश्रय केंद्र अब लोगों के लिए मुश्किल पैदा करने लगा है। पूर्व सपा सरकार में कांशीराम कॉलोनी के पास लगभग दो करोड़ की लागत से केंद्र का निर्माण शुरू हुआ था। बाउंड्रीवाल तो बन चुकी है लेकिन मौजूदा सरकार में बजट जारी न होने से निर्माण कार्य रुका हुआ है। एसडीएम अशोक प्रताप ¨सह का कहना है कि यहां अस्थायी गेट लगवाकर पशुओं को रोका जाएगा। केंद्र तैयार न होने पर कम्युनिटी सेंटर में टिन शेड डलवाकर व्यवस्था कराई जाएगी।