आसमान में छाई काली घटाओं ने बढ़ाईं किसानों की धड़कनें
आसमान में छाए बादल और हल्की बूंदाबांदी से किसानों की धड़कनें तेज जो गई हैं। आलू की खुदाई और काटने को तैयार खड़ी सरसों की फसल में नुकसान का खतरा मंडराने लगा है। तेज हवा चलने से गेहूं की फसल के गिरने की भी आशंका है।
मैनपुरी (जागरण संवाददाता) । आसमान में छाए काले बादल और हल्की बूंदाबांदी से किसानों की धड़कनें तेज जो गई हैं। आलू की खुदाई और काटने को तैयार खड़ी सरसों की फसल में नुकसान का खतरा मंडराने लगा है। तेज हवा चलने से गेहूं की फसल के गिरने की भी आशंका है। वहीं मौसम में लगातार बदलाव से अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है।
जिले में आलू की फसल की खोदाई शुरू हो चुकी है। सरसों की कटाई का भी वक्त आ गया है। ऐसे में मौसम का बदलता मिजाज किसानों को परेशान कर रहा है। बुधवार को सुबह से ही आसमान में छाए काले बादल हल्की बूंदाबांदी से फसलों पर नुकसान का खतरा मंडराने लगा है। किसानों का मानना है कि बारिश हुई तो सरसों का दाना फली में सड़ने लगेगा। दाने का रंग सफेद होने से फसल का वाजिब दाम भी नहीं मिलेगा। किसानों का यह भी कहना है कि आलू की खुदाई में देरी से उसकी चमक फीकी पड़ जाएगी। गेहूं किसानों को आशंका है कि हाल ही में ¨सचित फसल तेज हवा के चलते खेतों में लेट जाएगी, जिसका इससे फसल की पैदावार पर सीधा असर पड़ेगा। अस्पतालों में बढ़ी मरीजों की संख्या
अचानक मौसम के उतार-चढ़ाव के चलते संक्रामक बीमारियों ने दस्तक दे दी है। जिला अस्पताल में रोजाना पांच सौ से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इसी तरह से निजी अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या पहले से दो गुनी हो गई है।