आस्था में भूले स्वच्छता का संदेश
नौ दिनों तक माता रानी का पूजन करने के बाद श्रद्धालुओं ने आस्था के नाम पर मइया के दरबार को ही गंदा कर डाला। भंडारों का प्रसाद ग्रहण करने के बाद सार्वजनिक स्थानों पर जमकर गंदगी फैलाई। खुद स्वच्छता का संदेश भूली पालिका के द्वारा भी किसी प्रकार के वैकल्पिक इंतजाम नहीं कराए गए थे।
मैनपुरी : नौ दिनों तक माता रानी का पूजन करने के बाद श्रद्धालुओं ने आस्था के नाम पर मइया के दरबार को ही गंदा कर डाला। भंडारों का प्रसाद ग्रहण करने के बाद सार्वजनिक स्थानों पर जमकर गंदगी फैलाई। खुद स्वच्छता का संदेश भूली पालिका ने भी किसी प्रकार के वैकल्पिक इंतजाम नहीं कराए।
दुर्गा महानवमी पर गुरुवार को शहर में जगह-जगह भंडारे हुए। स्टॉल लगाकर कहीं हलवा-पूरी बंटवाई गई तो कहीं सब्जी-पूरी और दूसरे व्यंजन परोसे गए। पूरी श्रद्धा के साथ कन्याओं का पूजन कर उन्हें भी प्रसाद दिया गया। लेकिन, आस्थावान लोग स्वच्छता का संदेश भूल गए। भंडारे का प्रसाद खाने के बाद सड़कों पर ही दोना, पत्तल और डिस्पोजेबल फेंक दिए गए।
शहर के करहल रोड, देवी रोड, मदार दरवाजा, शीतला माता धाम, काली माता मंदिर परिसर, कचहरी रोड सहित दर्जनों स्थानों पर सड़कों पर ही गंदगी फैलाई गई। न तो आयोजकों ने कूड़ा निस्तारण के कोई इंतजाम कराए और न ही पालिका प्रशासन ने कोई व्यवस्था कराई।