शिविर में 132 मिले डायबिटीज के बीमार
विश्व मादक पदार्थ निरोधक दिवस पर जिला अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य शिविर का आयोज
जासं, मैनपुरी : विश्व मादक पदार्थ निरोधक दिवस पर जिला अस्पताल परिसर में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। अलग-अलग जांचों में 132 लोगों में डायबिटीज के लक्षण मिले। चिकित्सकों ने ऐसे मरीजों को खास देखभाल रखने की सलाह दी है।
शिविर का शुभारंभ सीएमओ डा. एके पांडेय ने किया। उन्होंने कहा कि तंबाकू और उससे बने उत्पादों का सेवन बीमारियों की बड़ी वजह है। इनसे दूर रहकर हम कई गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं। कोरोना संक्रमण काल में डायबिटीज के मरीजों को अपना खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। ऐसे मरीजों में संक्रमण की संभावना दूसरे स्वस्थ मरीजों की अपेक्षा बढ़ जाती है। बेहतर है कि सभी कोविड प्रोटोकाल का पालन करें। एसीएमओ डा. संजीव राव बहादुर ने कहा कि स्वयं को स्वस्थ रखने के साथ हमें दूसरों को भी जागरूक करने के लिए काम करना होगा।
दोपहर तक संचालित हुए शिविर में 80 मरीजों को सामान्य प्रकार की समस्याओं का उपचार सुझाया गया। 132 लोग डायबिटीज, 35 तंबाकू व अन्य उत्पादों के सेवन से होने वाली परेशानी से पीड़ित मिले। चार लोग मानसिक रूप से परेशान भी पहुंचे जिनकी काउंसिलिग कराई गई। शिविर में कुल 252 मरीजों ने स्वास्थ्य लाभ लिया। शिविर में अभय कुमार सिंह, अमित सिंह, डा. विवेक यादव, निर्मला सिंह, किरन यादव, मोहित मिश्रा, सोनल तिवारी, अरुणा यादव आदि उपस्थित थे। कोरोना को नियंत्रित करने में जुटेंगे इंजीनियरिग इंस्टीट्यूट: शनिवार को राजकीय इंजीनियरिग कालेज में कोविड-19 एंड रिलेटेड टेक्नोलाजी डेवलप्ड बाय इंजीनियरिग इंस्टिट्यूटस पर वेबीनार का आयोजन हुआ।
शुभारंभ कालेज के निदेशक प्रो. जेके शर्मा ने वेबीनार के आयोजक डा. मत्स्येन्द्र नाथ शुक्ला और उनकी टीम को शुभकामनाएं देकर किया। उन्होंने बताया कार्यक्रम के प्रेरणा स्त्रोत तकनीकी एवं व्यावसायिक शिक्षा के सचिव आलोक कुमार और एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विवि के कुलपति प्रो. विनय पाठक रहे। आलोक कुमार ने वर्तमान में कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी एवं इसके दुष्प्रभाव को नियंत्रित करने के लिए इंजीनियरिग इंस्टिट्यूटस द्वारा नई तकनीक विकसित करने से संबंधित वेबीनार को आयोजित करने के लिए प्रेरित किया। प्रो. विनय पाठक ने कहा कि सभी संस्थानों को इस प्रकार के वेबीनार के आयोजन द्वारा नई-नई तकनीकियों का आपस में आदान-प्रदान करना चाहिए, ताकि हम इन तकनिकियों के द्वारा कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के नियंत्रण में सफलता प्राप्त कर सकें। एनआइटी दुर्गापुर के प्रो. एसएस राय ने फ्यूजड डिस्पोजिशन माडलिग तकनीकी विषय पर जानकारी दी। उन्होंने एनआइटी दुर्गापुर के द्वारा विकसित किए गए पोर्टेबल आक्सीजन कंसंट्रेटर के विषय में भी जानकारी सांझा की।
कार्यक्रम आयोजक डा. मत्स्येन्द्र नाथ शुक्ला ने धन्यवाद जताया। कार्यक्रम सफल बनाने में सहयेाग पर प्रियंका, विक्रांत मिश्रा, डा. सुधीर दुबे, डा. अनूप अवस्थी, डा. अमरीश तिवारी, डा. आसिफ खान, डा. प्रकाश सिंह, डा. पिकी नेगी बोरा का आभार व्यक्त किया।