1299 ने छोड़ा मैदान, नहीं दी टेट की परीक्षा
जिले में 27 केंद्रों पर टीईटी परीक्षा हुई। 18962 परीक्षर्थियों को परीक्षा देनी थी, मगर 1299 मैदान छोड़ गए। परीक्षा के लिए प्रशासन ने कड़े सुरक्षा प्रबंध किए थे।
मैनपुरी : रविवार को हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा में पंजीकृत 18962 परीक्षार्थियों में 1299 ने मैदान छोड़ दिया। सिर्फ 17665 परीक्षार्थी ही परीक्षा में शामिल हुए। परीक्षा शांतिपूर्ण कराने के लिए प्रशासनिक स्तर पर पुख्ता इंतजाम कराए गए थे।
जिले के 27 केंद्रों पर टीईटी परीक्षा हुई। सुबह 10 से दोपहर 12:30 बजे तक परीक्षा की पहली पाली में 13145 के सापेक्ष 12226 परीक्षार्थी शामिल हुए। 919 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। जबकि दोपहर 3 से शाम 5:30 तक हुई दूसरी पाली में पंजीकृत 5819 में से 380 ने परीक्षा छोड़ दी। सिर्फ 5439 परीक्षार्थियो ने ही परीक्षा दी। बड़ी तादात में उमड़ी परीक्षार्थियों की भीड़ को नियंत्रित करने के साथ शांतिपूर्वक परीक्षा कराने के लिए प्रशासनिक स्तर पर पुख्ता इंतजाम कराए गए थे।
परीक्षा की निगरानी के लिए 27-27 स्टेटिक मजिस्ट्रेट के अलावा छह सेक्टर मजिस्ट्रेटों और तीन सचल दलों को लगाया गया था। प्रत्येक केंद्र पर पुलिस और पीएसी तैनात थी। जिलाधिकारी प्रदीप कुमार और पुलिस अधीक्षक अजय शंकर राय दिन भर केंद्रों का जायजा लेते रहे। दूसरे अधिकारियों को भी इंतजामों के लिए कमान सौंपी गई थी। पीएसी ने बंद कराईं दुकानें
शहर के कचहरी रोड पर परीक्षा शुरू होने के बाद भी ज्यादातर फोटोकॉपी और साइबर कैफे की दुकानें खुली हुई थीं। पुलिस और पीएसी ने सख्ती दिखाते हुए सभी दुकानों के शटर बंद करा दिए। केंद्रों के आसपास लगी भीड़ को हटवाने के लिए भी कवायद होती रही। 200 मीटर का क्षेत्र पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया था। पेपर छूटते ही बने जाम के हालात
पहली पाली का पेपर छूटने के बाद शहर के कचहरी रोड, पर जाम जैसे हालात बन गए। जिला चिकित्सालय से लेकर सचदेवा पेट्रोल पंप तक वाहनों की लंबी लाइनें लग गईं। इसके अलावा मदार दरवाजा, आश्रम रोड और तांगा स्टैंड पर भी जाम की वजह से लोगों को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ा।