जिले में आत्मनिर्भर बनेंगी 11 समितियां
जिले की सहकारी समितियां अब आत्मनिर्भर बनेंगी। सहकारिता विभाग ने 11 समितियों
जासं, मैनपुरी: जिले की सहकारी समितियां अब आत्मनिर्भर बनेंगी। सहकारिता विभाग ने 11 समितियों के वेयर हाउस बनाने के लिए धनराशि के प्रस्ताव शासन को भेजे हैं। स्वीकृत होने के बाद समितियों पर ऐसे वेयर हाउस बनाए जाएंगे, जिनमें सौ मीट्रिक टन खाद और गेहूं का भंडारण हो सकेगा। धनराशि स्वीकृत होते ही काम कराने की योजना है। ऐसे गोदाम बनने से अब यह समितियां अपने भंडारण को सुरक्षित रख सकेंगी।
सहकारिता विभाग किसानों को खाद उपलब्ध कराता है तो सीजन पर गेहूं भी लेता है। जिले के हजारों किसान समितियों के सदस्य भी हैं। खाद और बीज का भंडारण करने के लिए समितियों पर पूर्व में बनाए गए वेयर हाउस जर्जर हो गए थे, इसकी वजह से समितियों को यह सामग्री खुले में और तिरपाल से ढकनी पड़ती थी। ऐसे में इसके खराब होने की आशंका भी बनी रहती थी।
अब इस समस्या के निदान के लिए सहकारिता विभाग ने शासन को नए वेयर हाउस बनवाने के लिए धनराशि स्वीकृति का प्रस्ताव भेजा है। स्वीकृत होने के साथ ही वेयर हाउस बनाने की तैयारी भी है। एक वेयर हाउस की क्षमता सौ मीट्रिक टन माल के भंडारण की होगी।
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यहां बनेंगे वेयर हाउस
क्षेत्रीय सहकारी समिति किशनी, साधन सहकारी समिति मैनपुरी व रतिभानपुर, साधन सहकारी समिति ररूआ व तिसाह, साधन सहकारी समिति डालूपुर खुर्द, साधन सहकारी समिति बमटापुर, क्षेत्रीय सहकारी समिति लेखराजपुर, क्षेत्रीय सहकारी समिति करहल, क्षेत्रीय सहकारी समिति कुर्रा, साधन सहकारी समिति बेलाहार, साधन सहकारी समिति समान और साधन सहकारी समिति तिसाह में बनेंगे।
शासन को 11 समितियों के लिए वेयर हाउस बनाने को प्रस्ताव भेजा है। वेयर हाउस बनने से यह समितियां आत्मनिर्भर बनेंगी। वहीं भंडारण की बड़ी समस्या दूर होगी।
-विवेक यादव, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधन सहकारिता।