महोबा, जागरण संवाददाता। तेज बरसात के साथ जिले के कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि हुई। बरसात के दौरान बिजली गिरने से कबरई के गहरा गांव निवासी 17 वर्षीय किशोरी निशा की मौत हो गई। इससे गेहूं, चना, मटर और मसूर की फसल को करीब दस प्रतिशत तक नुकसान की संभावना कृषि विभाग की ओर से जताई गई है। डीएम ने फसल के नुकसान का सर्वे करने के लिए ब्लाक स्तर पर टीमों को गठित करने का निर्देश दिया है।

बरसात होने से शहर में कई स्थानों पर जलभराव की भी समस्या हो गई। लगातार कई दिनों से आसमान में बादलों की आवाजाही दिख रही थी। रविवार को सुबह आसमान में काले बादल छा गए लेकिन कुछ देर बाद ही धूप निकल आई थी। दोपहर होते-होते मौसम ने एक बार फिर करवट बदली और पूर्व की ओर से आई काली घटाओं ने घेरा डाल दिया।

तेज हवा के साथ देखते ही देखते झमाझम बरसात प्रारंभ हो गई। करीब आधे घंटे तक तो पानी गिरता रहा। इसके बाद ओला गिरने लगे। करीब चना के बराबर का ओला गिरने का सिलसिला दस मिनट तक जारी रहा। बरसात और ओलावृष्टि का प्रभाव महोबा मुख्यालय और कबरई ब्लाक के आसपास रहा।

चरखारी, खरेला, खन्ना, कबरई, श्रीनगर में भी बरसात हुई। मालूम हो कि इस समय खेतों में गेहूं, मटर, चना की फसल की कटाई किसान करने में जुटे हैं। करीब चालीस प्रतिशत तक फसल की कटाई हो चुकी है। अब किसान फसल की थ्रेसरिंग करने की तैयारी कर रहे हैं। करीब बीस प्रतिशत फसल की कतराई भी हो चुकी है।

रविवार को हुई बरसात और ओलावृष्टि से कबरई और चरखारी के करीब सौ गांव प्रभावित हुए। जिला कृषि उपनिदेशक डा. अभय कुमार ने बताया कि बरसात और ओला गिरने से करीब दस प्रतिशत फसलों को नुकसान हुआ है। अब कहां-कहां कितना नुकसान हुआ इसके लिए सर्वे कराया जाएगा। डीएम मनोज कुमार ने ब्लाक स्तर पर सर्वे के लिए टीमों को गठित करने का निर्देश दिया है। सर्वे रिर्पोट शासन को भेजी जाएगी।

Edited By: Prabhapunj Mishra