आरोपित आइपीएस पर शिकंजा और कसा, करीबी रडार पर
जागरण संवाददाता महोबा आरोपित आइपीएस को पकड़ने के लिए अब शिकंजा और कसा गया है। पु
जागरण संवाददाता, महोबा : आरोपित आइपीएस को पकड़ने के लिए अब शिकंजा और कसा गया है। पुलिस टीमें लगातार प्रयासरत हैं। कुछ ठिकानों का सुराग मिलने पर छापेमारी की गई है।
प्रयागराज के एसपी अपराध आशुतोष मिश्र के मुताबिक, पूछताछ के दौरान कोई भी आरोपित आइपीएस के खिलाफ सटीक जानकारी नहीं दे सका है। इस बीच आइपीएस ंने किसी से संपर्क भी नहीं किया है। पुलिस की आठ से 10 टीमें लगाई गई हैं। पहले राजस्थान में सफलता नहीं मिलने के कारण वहां केवल एक टीम को रोका गया था बाकी वापस बुला ली गईं थीं। वहां फिर से दो टीमों को भेजा गया है। कुछ करीबियों का भी सुराग लगा था, जहां दबिश दी जा रही है। बाकी चारों आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल करने के बाद पूरा ध्यान आरोपित आइपीएस को पकड़ने की ओर लगाया गया है। एक टीम लखनऊ में भी नजर रखे है। कुर्की को लेकर नोटिस पहले ही चस्पा हो चुका है। आगे की प्रक्रिया को लेकर अदालत से आदेश लेना अभी बाकी है। आरोपित आइपीएस पर 50 लाख का इनाम भी घोषित हो चुका है। उल्लेखनीय है कि सात सितंबर को क्रशर कारोबारी इंद्रकांत ने ऑडियो-वीडियो वायरल करके तत्कालीन एसपी मणिलाल पर उगाही करने व धमकाने का आरोप लगाया था। इस संबंध में मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजने की बात कही थी। दूसरे दिन आठ सितंबर को ही वह बघवाखोड़ा के पास अपनी गाड़ी में गोली लगने से घायल मिले थे। 13 सितंबर को इलाज के दौरान कानपुर में उनकी मौत हो गई थी। मामले में आरोपित बर्खास्त एसओ देवेंद्र शुक्ल, बर्खास्त सिपाही अरुण यादव, ब्रह्मदत्त व सुरेश सोनी लखनऊ जेल में बंद हैं। उनके खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल हो चुकी है। आरोपित आइपीएस मणिलाल अभी फरार है।