एंबुलेंस फंसी, गेट पर तड़पती रही प्रसूता
जागरण संवाददाता, महोबा: चालक हार्न पर हार्न और हूटर बजाता रहा लेकिन सामने से वाहन नही
जागरण संवाददाता, महोबा: चालक हार्न पर हार्न और हूटर बजाता रहा लेकिन सामने से वाहन नहीं हटे तो नहीं हटे। कुछ सिपाही, होमगार्ड खड़े भी थे लेकिन वह बस तमाशा ही देखते रहे। मजबूरी में आधे घंटे इंतजार के बाद जब प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी तो परिजन उसे एंबुलेंस से नीचे उतार कर अस्पताल तक पैदल ही हाथ पकड़ कर ले गए।
बुधवार को चांदो गांव निवासी विनीता के परिजन उसे अस्पताल लेकर आए। दिन में करीब 11 बजे सदर अस्पताल के गेट पर एंबुलेंस आकर रुकी। विनीता को प्रसव पीड़ा होने से वह परेशान थी और कराह रही थी। परिजन भी परेशान थे। एंबुलेंस करीब आधे घंटे तक हूटर पर हूटर बजाती रही। आखिर चालक प्रमोद व इएमटी दोनों एंबुलेंस से नीचे उतरे और अस्पताल गेट के सामने जमा वाहन चालकों से विनती करने लगे कि वाहन हटा लें और प्रसूता को अंदर ले जाने दें। प्रसूता की हालत गंभीर है उसे जल्द इलाज की आवश्यकता है। उनकी आवाज को सभी ने अनसुना कर दिया। यहां तक कि वहां से कुछ दूरी पर खड़े पुलिस वाले व होमगार्ड भी तमाशा भर देखते रहे। इधर प्रसूता को दर्द बढ़ा तो परिजन भी बेहाल हो गए और मजबूरी में विनीता को गाड़ी से नीचे उतार कर पैदल ही करीब सौ मीटर दूरी तक चला कर ले गए।
-------------------
सीएमएस उदयवीर ¨सह का कहना है कि वाहन लेकर लोग अस्पताल आते हैं और गेट के पास ही खड़ा कर देते हैं, कई बार कहा भी गया लेकिन लोग मानते नहीं हैं। इस लापरवाही से समस्या अपनों के सामने ही आती है।