पनवाड़ी में लॉकडाउन की उड़ रही धज्जियां
पूरे देश में लॉक डाउन को गंभीरता से लिया जा रहा है। लोग संक्रमण रोकने के लिए मजबूरी में घरों से निकलने पर शारीरिक दूरी का मानक अपना रहे हैं पर जपनद के पनवाड़ी कस्बे का नजारा इस से बिलकुल इतर है। शारीरिक दूरी व बेवजह सड़क पर निकलने के लिए लगी पुलिस की ड्यूटी भी यहां नदारद है।
संवाद सूत्र, पनवाड़ी (महोबा): पूरे देश में लॉक डाउन को गंभीरता से लिया जा रहा है। लोग संक्रमण रोकने के लिए मजबूरी में घरों से निकलने पर शारीरिक दूरी का मानक अपना रहे हैं, पर जपनद के पनवाड़ी कस्बे का नजारा इस से बिलकुल इतर है। शारीरिक दूरी व बेवजह सड़क पर निकलने के लिए लगी पुलिस की ड्यूटी भी यहां नदारद है।
शासन ने रोज की जरूरत वाली आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी के लिए दोपहर 12 से दो बजे तक किराना दुकानें खोलने व लोगों को शारीरिक दूरी का पालन करते हुए सामान खरीदने की छूट दी है। सोमवार को पनवाड़ी की बाजार में भरपूरी चहल पहल नजर आई। यहां देख कर कोई यह नहीं कर सकता है कि देश में लॉक डाउन चल रहा है। बाजार से पुलिस नाम का संगठन भी नदारद है जिसे लोगों को समझा कर घरों में वापस लौटाने और बेवजह की चहल कदमी रोक कर लॉकडाउन का पालन कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कस्बे के के बस स्टैंड, चौबे मार्केट रोड पर दुकानों के खुलते ही एकत्रित भीड़ पूरी तरह निरंकुश हो रही है और उन्हें रोकने टोकने वाला कोई नहीं है। दुकानों के बाहर क्रम से दूरी बना कर खड़े होने के निशान नहीं लगे हैं और न ही किसी दुकानदार ने खाद्यानों की मूल्य सूची अपने यहां टांग रखी है जिससे मनमाने रेट पर सामग्री की खुलेआम बिक्री की जा रही है। सर्किल की सभी मार्केट में शारीरिक दूरी के लिए दुकानों के सामने निशान बनवाए गए हैं। यदि पनवाड़ी में ऐसे हालात हैं तो जानकारी कर व्यवस्था दुरुस्त कराई जाएगी।
- अवध नारायण सिंह, सीओ कुलपहाड़