नेता जी आपहई खा दईहै वोट, बिल्कुल चिता न करौ..
अभिषेक द्विवेदी महोबा यह महोबकंठ क्षेत्र है। यहां भी चुनावी रंग चारो तरफ बिखरा दिख रह
अभिषेक द्विवेदी, महोबा : यह महोबकंठ क्षेत्र है। यहां भी चुनावी रंग चारो तरफ बिखरा दिख रहा है। दीवारों पर चस्पा पोस्टर, जहां तहां चुनावी चुहलबाजी माहौल को चटक कर रही हैं। एक तरफ कुछ लोग हैंडपंप में पानी भर रहे थे, कोई गाय चराने को जा रहा था, बच्चे गलियों में अपने में मस्त हैं। थोड़ा आगे चले तो मनी चाय भंडार में लोगों की भीड़ दिखाई दी। कुछ चाय पीने के लिए खड़े हैं तो कुछ चुनावी चर्चा के लिए लोगों का मन टटोलने कोशिश कर रहे हैं। चाय और भजिया के साथ ग्रामीण चुनाव की चर्चा तो हो रही है लेकिन गांव में चुनाव की गोपनीय तस्वीर नजर आई।
गांव में दुकान पर भीड़ देखकर एक नेता जी का काफिला रुका, वोट मांगे। यहां चाय की चुस्की ले रहे भारत यादव व मंशाराम ने नेता जी को भरपूर आश्वासन दिया, कहा नेता जी आपहई खा दईहै वोट, बिल्कुल चिता न करौ...। यहां लोग मन में निर्णय तो कर चुके है पर उनकी जुबां पर सभी का साथ देने की बात दिखी। तेईया गांव पहुंचने पर एक चबूतरे में भीड़ लगी थी और यहां ग्रामीण दिलीप व रविद्र से सोचा बातचीत की जाए। उनका कहना था कि अब का बताए भैया नेता जी तो कई अइहै...। बाहर के लोग तो जीतन के बाद शक्ल तक नई दिखात आए। ई बार गांवई के ही प्रत्याशी का चुनो जैहे। ग्राम काशीपुरा में बहादुर अपनी भैंस को नहला रहे थे और साथ ही खड़े लोगों से चुनावी चर्चाए हो रही थी। यहां चर्चा थी कि शाम को खूब दावत हो रही है। सुरेंद्र सिंह की जुबां से निकला कि ई नेता जी का विकास करईहै पहले अपनो खर्चा वसूलहे, ई बार सादा सिपिल आदमी का जिताओ जैहे। उधर हर नेता जी को ग्रामीण उनका साथ और वोट देने का आश्वासन दे रहे थे। पूरी तस्वीर गोपनीय थी, जुबां पर तो ग्रामीणों के सबका साथ देने की बात नजर आई पर उनके दिमाग में कुछ और ही चल रहा है।