शौर्य एवं वीरता के प्रतीक कजली महोत्सव का हुआ आगाज
जागरण संवाददाता, महोबा :
जागरण संवाददाता, महोबा : 836 साल पहले कीरतसागर तट पर हुए भुजरियों के युद्ध के साक्षी शौर्य एवं वीरता के प्रतीक कजली महोत्सव का सोमवार को भव्य तरीके से आगाज हो गया। परंपरागत तरीके से शहर के हवेली दरवाजा से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। जिसे सांसद कुंवर पुष्पेंद्र ¨सह चंदेल, सदर विधायक राकेश गोस्वामी, पालिकाध्यक्ष दिलाशा तिवारी, डीएम सहदेव व पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम ¨सह ने फीता काटकर रवाना कराया। शोभायात्रा में शामिल राजकुमारी चंद्रावल, आल्हा ऊदल, महारानी मल्हना आदि की झांकियां लोगों के आकर्षण का केंद्र रही। शोभायात्रा हवेली दरवाजा से शुरू होकर नगर पालिका, तहसील चौराहा, मुख्य बाजार, ऊदल चौक, सुभाष चौक, खोया मंडी मलकपुरा होते हुए कीरतसागर मेला ग्राउंड में पहुंची। यहां कजलियों के विसर्जन के बाद कजली महोत्सव का आगाज हो गया। यह ऐतिहासिक मेला सात दिनों तक चलेगा।
बता दें कि 836 वर्ष पूर्व दिल्ली नरेश पृथ्वीराज चौहान ने राजकुमारी चंद्रावल का डोला लूटने के लिये रक्षाबंधन के दिन महोबा पर आक्रमण कर दिया था। तब चंदेल सेनाओं ने अपने शौर्य एवं पराक्रम का परिचय देते हुए चौहान सेना को धूल चटाकर अपनी विजय पताका फहराई थी। तभी से विजयोत्सव के रूप में कीरतसागर में हर साल कजली मेला महोत्सव का आयोजन होता है। सात दिवसीय मेले का लुत्फ उठाने के लिए महोबा के साथ ही अन्य जनपदों व ग्रामीण क्षेत्रों के हजारों की संख्या में लोग उमड़ते है। इस दौरान पूर्व सांसद गंगाचरण राजपूत, भाजपा जिलाध्यक्ष जितेंद्र ¨सह सेंगर, पालिकाध्यक्ष प्रतिनिधि सौरभ तिवारी सहित बड़ी संख्या में बुंदेले मौजूद रहे।
पालिकाध्यक्ष ने भेंट किए स्मृति चिह्न
कजली महोत्सव की शुरूआत के पूर्व शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। नगर पालिका अध्यक्ष दिलाशा तिवारी ने सदर विधायक राकेश गोस्वामी, जिलाधिकारी सहदेव, पुलिस अधीक्षक कुंवर अनुपम ¨सह आदि का तिलक कर उन्हें पगड़ी पहनाई। इसके बाद विधायक डीएम व एसपी आदि को स्मृति चिन्ह भेंट किए। इस मौके पर पालिका के अधिशाषी अधिकारी लालचंद्र सरोज,लिपिक अरुण शुक्ला सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
व्यापारियों ने लोगों को पिलाया पानी
शहर के आल्हा चौक में व्यापारियों अजय बरसेया, पवित्र पाटकर, श्रेयांश चौरसिया, राजू सरदार, अच्छेलाल सोनी, हिमांशु परमार आदि ने जुलूस में शामिल लोगों के लिए पानी की व्यवस्था की। उन्होंने गिलास का प्रयोग न कर सभी को डिब्बों गिलास से पानी पिलाकर स्वच्छता का संदेश दिया। इसके बाद सभी को पानी देने के बाद उन्हें टाफियों का वितरण किया गया।
सड़क से लेकर छतों में उमड़ी भीड़
शहर के ऐतिहासिक कजली महोत्सव शुरूआत में निकली भव्य शोभायात्रा को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी। शहर की सड़कें लोगों से फुल थी तो वहीं छतों में भी लोगों की खासी भीड़ देखी गई। जुलूस में शामिल हाथी, घोड़े, ऊंट लोगों के मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे। महोबा शहर के साथ ही आसपास के जनपदों से भी हजारों की संख्या में लोग शोभायात्रा और कजली महोत्सव देखने के लिए आए।