आधी मढ़ई सब दुनिया मां आधी लड़ै भंवर मलखान
जागरण संवाददाता, महोबा: आधी मढ़ई सब दुनिया मां आधी लड़ै भंवर मलखान, आधी लड़ी कासौगढ़ म
जागरण संवाददाता, महोबा: आधी मढ़ई सब दुनिया मां आधी लड़ै भंवर मलखान, आधी लड़ी कासौगढ़ मां आमा झोर चली तलवार...रायबरेली की आल्हा गायिका शीलू ¨सह की जुबां से आल्हा खंड की यह पंक्तियां निकली तो लोगों की भुजाएं फड़कने लगी। आल्हा गायिका ने अपनी गायिकी से जोश भरा। शहर में चल रहे कजली महोत्सव की दूसरी शाम आल्हा गायन व राई नृत्य के नाम रही। वहीं मयूर नृत्य व बृज की होली की भी सभी ने जमकर सराहना की।
आल्हा गायिका शीलू ¨सह द्वारा दी गई प्रस्तुति सभी ने सराही। इसके बाद राष्ट्रपति पदक प्राप्त बच्चा ¨सह ने भी आल्हा सुनाकर लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बड़े लड़ईया महुबे वाले जिनसे हार गई तलवार पंक्ति को उन्होंने जोशीले अंदाज में सुनाया। रामाधीन आर्य एंड पार्टी व भूरा यादव ¨तदौली की पार्टी ने बुंदेलखंड के मशहूर राई नृत्य पेश किया और अपनी प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया। नीलेश मथुरा ग्रुप द्वारा बृज होली और मयूर नृत्य पेश किया गया। कलाकारों की दर्शकों ने जमकर हौसलाफजाई की और लोग रात भर अपने स्थान पर डटे रहे। 2 सितंबर तक यह ऐतिहासिक कजली महोत्सव अनवरत जारी रहेगा।