गोरिया नइहर में सपना सजावति रहल, एक बरिस एक दिनवा....
जागरण संवाददाता, महोबा: कजली महोत्सव के पांचवे दिन भोजपुरी कलाकार भदोही निवासी राजेश पर
जागरण संवाददाता, महोबा: कजली महोत्सव के पांचवे दिन भोजपुरी कलाकार भदोही निवासी राजेश परदेशी ने अपने नाम किया। राजेश के भोजपुरी गीतों पर पंडाल में मौजूद खास कर युवा दर्शक तालियां बजा कर डांस करते देखे देखे गए।
राजेश परदेसी ने शिव वंदना से शुरू आत करते हुए भोजपुरी की ऐसी छटा बिखेरी जो कार्यक्रम समाप्त होते तक परिसर में मौजूद नजर आई। उन्होंने पढ़ा शिव हउवे बड़ा भोला, तोहार भरि दीहें झोला, शिव के सेवा में सिरवा झुकावल जाई, सखि सावन मे शिव के मनावल जाई। इस गीत के बाद भोजपुरी तड़का देते हुए परदेसी ने सुनाया कि गोरिया नइहर में सपना सजावति रहल, एक बरस एक दिनवा बितावति रहल, जहिया गवना के दिनवा धराइल सखी ओहि दिनवे से हरदी लगावति रहल। पर पूरा पंडाल भोजपुरी मय हो गया। इसके बाद कोमला इलाहाबादी के साथ युगल गीत में प्रसिद्ध फिल्गी गीत कजरा मोहब्बत वाला, सुना कर पूरा पांडाल तालियों की गड़गड़ाहट से भरने पर मजबूर कर दिया। प्रसिद्ध भोजपुरी गायक भरत शर्मा के चर्चित गीत गोरिया चांद के अंजोरिया से तू गोर बाड़ू हो, तोहर जोड़ केहू नइखे तू बेजोड़ बाड़ू हो। सुनाकर इस पर अपना जवाब पढ़ा कि जवन बात बात संवरकी में उ गोर का करी, जवन दे दी अंन्हार उ अंजोर का करी। सुनाते ही युवा पीढ़ी तालियां बजाकर नाचने पर मजबूर हुई।
इसके पूर्व रायबरेली की आल्हा गायिका और आल्हा सम्राट लल्लू बाजपेयी की शिष्या कुमारी नेहा ¨सह ने सिरसागढ़ में मलखान और पृथ्वीराज चौहान के जिक्र में कुछ ऐसा आल्हा गायन किया कि सुनने वालों की भुजाएं फड़फड़ाने लगीं। कार्यक्रम में देर रात तक जिलाधिकारी सहदेव, सीडीओ हीरा ¨सह, विधायक राकेश गोस्वामी, भाजपा नेता राजेश ¨सह आदि मौजूद रहे और अंत में मंच पर कलाकारों को सम्मानित किया।