ज्ञान की 'रोशनी' भरकर मिटा रहे अंधेरा
जागरण संवाददाता, महोबा : शासन के प्रयास के बाद भी प्राथमिक विद्यालयों की सूरत नहीं बदल पा रह
जागरण संवाददाता, महोबा : शासन के प्रयास के बाद भी प्राथमिक विद्यालयों की सूरत नहीं बदल पा रही है। हालांकि इन्हीं के बीच कुछ ऐसे स्कूल भी हैं जो कांवेंट को टक्कर दे रहे हैं। ये सब वहां के शिक्षकों की बदौलत संभव हुआ है। जिले में ऐसा ही प्राथमिक विद्यालय पनवाड़ी विकास खंड के पहाड़िया में है। यहां के शिक्षक जुनून और मेहनत के दम पर बच्चों में छिपे हुनर को तराश रहे हैं।
माडल स्कूल का दर्जा पा चुका प्राथमिक विद्यालय पहाड़िया के भवन में आकर्षक रंग रोगन यहां पढ़ाई का माहौल देता है। शिक्षा की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए शिक्षक विभाग की तरफ नहीं देखते बल्कि अपने पास से खर्च कर बच्चों की जरूरतें पूरी करते हैं। प्रधानाध्यापक शरीफुल हुसैन व सहायक अध्यापक डा. संदीप मिश्र का पाठ्य पुस्तकों से इतर प्रेरणादायक अंग्रेजी कहानियों व समान्य ज्ञान की पुस्तकें खरीद कर बांटना व बच्चों को याद कराना शौक बन चुका है। 67 बच्चों वाले इस स्कूल में उपस्थिति 90 फीसद रहती है। सभी बच्चे साफ सुथरी ड्रेस पहनकर स्कूल आते हैं। कक्षा पांच के छात्र अंग्रेजी की पुस्तक फर्राटे के साथ पढ़ते हैं। नियत समय से 45 मिनट पहले आकर अनुपस्थित बच्चों के घर जाकर कारण पूछना और कमजोर बच्चों को अतिरिक्त आधा घंटा पढ़ाकर मुख्य धारा में जोड़ना इन शिक्षकों की जीवनचर्या बन गई है।
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ऐसी गुणवत्ता का विद्यालय मेरे संज्ञान में नहीं था। वहां के शिक्षक सम्मान के योग्य हैं। उन्हें जिस विभागीय सहयोग की जरूरत होगी पूरा किया जाएगा, ताकि अन्य लोग भी उनसे प्रेरणा ले सकें।
महेश प्रताप ¨सह, बीएसए