क्रशर मंडी में वाणिज्यकर टीम का छापा, फर्जी बिल मिले
संवाद सहयोगी कबरई (महोबा) क्रशर मंडी में फर्जी जीएसटी बिल से ग्रिट बिक्री कर रहे
संवाद सहयोगी, कबरई (महोबा) : क्रशर मंडी में फर्जी जीएसटी बिल से ग्रिट बिक्री कर रहे क्रशर प्लांटों में वाणिज्यकर की टीम ने छापेमारी की। यहां टीम को बड़ी संख्या में फर्जी बिल मिले हैं। टीम ने बताया की जिनके पास फर्जी बिल मिले हैं उन पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। वहीं, प्रदूषण नियंत्रण विभाग भी दोनों क्रशरों की जांच करेगा।
कबरई निवासी सौम्या कंस्ट्रक्शन के मालिक अवधेश शिवहरे ने बताया कि उनकी दुकान में तीन दिन पूर्व पहुंची वाणिज्यकर विभाग की टीम ने बताया कि फर्म के 17,50,000 रुपये के बिल निर्गत किए गए हैं। जबकि उनका टैक्स जमा नहीं किया गया है। इस सूचना से शिवहरे स्तब्ध रह गए। क्योंकि, सौम्या कंस्ट्रक्शन पिछले दो वर्षों से बंद है। ऐसे में कोई बिल कैसे निर्गत हो सकता है। इस पर उन्होंने स्वयं पत्रावलियों को खंगालने का प्रयास किया। साथ ही खनिज जांच चौकी में कर्मचारी लगा कर ग्रिट लेकर जाने वाली ट्रकों के बिलों की जानकारी की। गुरुवार को सौम्या कंस्ट्रक्शन का बिल लिए ग्रिट लोड सात ट्रक पकड़े गए। इस फर्जीवाड़े की लिखित शिकायत कबरई थाने में और वाणिज्यकर विभाग को दी। ट्रकों से पूछताछ के आधार पर कानपुर रोड स्थित कुमार ग्रेनाइट तथा एसएस ग्रेनाइट में अपर आयुक्त आरपी पांडेय, सहायक कमिश्नर जयप्रकाश व वाणिज्य टीम ने कबरई एसओ दीपक पांडेय के साथ छापा मारा। यहां दोनों ही क्रशरों में सौम्या कंस्ट्रक्शन के बिल पाए गए हैं। वाणिज्यकर अपर आयुक्त जयप्रकाश ने बताया कि कार्रवाई की जा रही है। जांच उपरांत सीज करने सहित सभी आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। एसओ दीपक पांडेय ने बताया कि अभी जांच हो रही है, टीम की ओर से तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज होगा। दोनों की अलग-अलग राय
कानपुर रोड स्थित कुमार ग्रेनाइट व एसएस ग्रेनाइट एक ही मालिक की हैं । दोनों क्रशरों में किसी दूसरी फर्म के बिलों से अवैध रूप से ग्रिट बेचने को लेकर लोगों की अलग अलग राय हैं। जानकारों की माने तो प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से उक्त क्रशर का संचालन व बिक्री रोक दी गई होगी। इसी कारण से गुपचुप तरीके से क्रशर संचालित कर फर्जी तरीके से बिल लगाकर बिक्री की जा रही होगी। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी घनश्याम का कहना है कि कानपुर रोड की सभी क्रशरों को नोटिस भेजा जा चुका है। उक्त दोनों क्रशरों में कंसेंट है या नहीं यह बाद में बता सकेंगे। क्रशर प्लांटों की जांच कराएंगे।