कार ने सात लोगों को रौंदा, एक की मौत
संवाद सूत्र (महोबा) कबरई नशे में धुत चालक ने सड़क किनारे बैठे एक के बाद एक सात लोगों
संवाद सूत्र, (महोबा) कबरई : नशे में धुत चालक ने सड़क किनारे बैठे एक के बाद एक सात लोगों पर कार चढ़ाकर उन्हें घायल कर दिया। इसके बाद अनियंत्रित कार दीवार से जा टकराई। हादसे में एक युवक की मौत हो गई। एक गंभीर रूप से घायल है। परिजनों ने सीधा आरोप लगाया कि मामले में पुलिस ने भीड़ द्वारा सौपे गए युवक का मेडिकल न कराकर उन्हें बचा लिया। युवकों को छोड़ने का आरोप लगा भीड़ ने जाम भी लगाया।
गुरुवार शाम कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंद्रावल रोड के पास झोपड़ी बनाकर रह रहे कुछ लोग अपने-अपने घरों के बाहर बैठे थे। कबरई मुख्य चौराहे की ओर से आ रही तेज रफ्तार कार सात लोगों को रौंदते हुए आगे जाकर दीवार से टकरा गई। हादसे में 25 वर्षीय राहुल पुत्र बालक व 30 वर्षीय अमरसिंह, छोटू, विशाल, हरीचंद, सोनू व महोबा निवासी राज घायल हो गए। सभी को उपचार के लिए चिकित्सालय लाया गया। इलाज के दौरान राहुल की मौत हो गई जबकि अमरसिंह अभी भी कानपुर में जिदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कार में चार लोग सवार थे। भीड़ ने मौके से दो युवकों, जिसमें एक का नाम गौरव है, को कार सहित पकड़ा और सूचना पर पहुंची पुलिस को सौंप दिया। जबकि दो फरार हो गए।
शुक्रवार सुबह मृतक की मां विद्या देवी ने तहरीर दी। पुलिस पर आरोप लगाया कि गौरव व उसके साथी को पुलिस ने छोड़ दिया। इस पर अन्य परिजनों और ग्रामीणों ने शव रखकर इलाहाबाद बैंक के सामने जाम लगा दिया। कबरई थानाध्यक्ष अशोक सिंह ने मौके पर पहुंचकर जाम खुलवाया। तहरीर में गौरव को चालक बताने पर उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर हिरासत में लेने का दावा किया। बयान बदलते रहे थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष अशोक सिंह ने शुक्रवार सुबह कहा कि जनता ने पुलिस को कोई भी आरोपित नहीं सौंपा। गौरव के खिलाफ तहरीर मिली तो उसे पुलिस ने हिरासत में लिया। शाम को घटना के वीडियो वायरल हुए। इसमें गौरव और एक युवक को भीड़ घेरे है। दोनों झूम रहे हैं, आवाज लड़खड़ा रही है, भीड़ उनसे छीनाझपटी कर रही है। सिपाही भी मौजूद हैं। तब थानाध्यक्ष के सुर बदले कि गौरव को रात से ही हिरासत में रखा गया। मेडिकल इसलिए नहीं कराया क्योंकि तहरीर नहीं मिली थी। मामला बेहद गंभीर है। यदि किसी को छोड़ा गया है तो मुझे नहीं पता। एसओ से जानकारी ली गई है। कार और आरोपित हिरासत में हैं। वैसे भी ऐसे मामले में कार चालक ही दोषी माना जाता है। सभी कार सवार को दोषी नहीं ठहरा सकते। अगर किसी को छोड़ने की बात है तो जांच कराकर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- स्वामी नाथ, पुलिस अधीक्षक, महोबा