बुंदेलखंड राज्य न बना तो होगा आत्मदाह!
जागरण संवाददाता, महोबा : शहर के आल्हा चौक में बुंदेलखंड अलग राज्य की मांग को लेकर बुं
जागरण संवाददाता, महोबा : शहर के आल्हा चौक में बुंदेलखंड अलग राज्य की मांग को लेकर बुंदेली समाज संयोजक तारा पाटकर व पूर्व अध्यक्ष अधिवक्ता समिति सुखनंदन ¨सह यादव के नेतृत्व में चल रहा अनिश्चितकालीन अनशन 47वें दिन भी जारी रहा। सोमवार को प्रेस परिषद के अध्यक्ष चंद्र कुमार श्रीवास्तव ने तीन माह में बुंदेलखंड राज्य की मांग पूरी न होने पर आत्मदाह का ऐलान किया। इसके अलावा लोधी समाज जन कल्याण समिति व प्रेस परिषद के अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
प्रधानमंत्री को संबोधित पत्र में चंद्र कुमार श्रीवास्तव ने लिखा है कि बुंदेले लंबे समय से पृथक बुंदेलखंड राज्य निर्माण की मांग कर रहे हैं। लेकिन उनकी मांग विभिन्न सरकारों द्वारा हमेशा अनसुनी कर दी जाती है। कहा, बुंदेलखंड के बाद राज्यों की मांग करने वाले क्षेत्रों में पृथक राज्यों का गठन हो गया, लेकिन बुंदेलखंड की आवाज दबा दी गई। भाजपा के बड़े नेता इसकी वकालत कर चुके हैं और छोटे राज्य के पक्षधर है। केंद्र प्रदेशों में उनकी सरकार है। अगर ऐसे हालात में भी 3 महीने 11 दिन तक बुंदेलखंड राज्य की घोषणा नहीं की गई तो वह आत्मदाह कर लेंगे। स्पष्ट रूप से ज्ञापन में लिखा गया है कि बुंदेलखंड राज्य की घोषणा न होने पर किए जाने वाले आत्मदाह के लिए प्रधानमंत्री कारण होंगे। उधर लोधी समाज जन कल्याण समिति के अध्यक्ष महेश चंद्र राजपूत सहित अन्य सदस्यों पदाधिकारियों ने डीएम के माध्यम से पीएम को ज्ञापन भेजकर बुंदेलखंड राज्य निर्माण की मांग की। ज्ञापन में अमेरिका का हवाला दे कहा गया है कि यहां 35 करोड़ की आबादी है और प्रबंधन हेतु 50 राज्य है। जबकि भारत में 134 करोड़ की आबादी में मात्र 29 राज्य है। कहा गया है कि भ्रष्टाचार का यह उचित प्रबंधन अभाव मुख्य कारण है। कहा गया है कि बुंदेलखंड राज्य की मांग 62 साल से की जा रही है। भाजपा पूर्व में इसकी वकालत कर चुकी है। छोटे राज्य की पक्षधर है। प्रदेश की दोनों उप्र मप्र और केंद्र की सरकार में भाजपा काबिज है। इससे अच्छा मौका बुंदेलखंड राज्य निर्माण के लिए नहीं हो सकता लिहाजा बुंदेलखंड राज्य निर्माण करें। इस दौरान मूरतध्वत राजपूत, जय¨सह सहित अन्य शामिल रहे।