राज्य का दर्जा न दिलाने पर इस्तीफा दें सांसद: आन्दोलनकारी
जागरण संवाददाता, महोबा : शहर के आल्हा चौक में पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर 1
जागरण संवाददाता, महोबा : शहर के आल्हा चौक में पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर 19वें दिन भी अनशन जारी रहा। बुंदेली समाज व अधिवक्ताओं ने बुंदेलखंड के सभी सांसदों से मांग की है कि 18 जुलाई से शुरू हो रहे संसद सत्र में वे अलग राज्य बनाने के लिए या तो केन्द्र सरकार पर जबरदस्त दबाव बनाएं या फिर इस्तीफा दे दें। 18 जुलाई को ही महोबा समेत बुंदेलखंड के सभी 13 जिलों में प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया जाएगा।
वीरभूमि महोबा के हृदयस्थल आल्हा चौक पर चल रहे अनशन का नेतृत्व कर रहे बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकर व जिला अधिवक्ता समिति के पूर्व अध्यक्ष सुखनंदन यादव ने कहा कि दिल्ली में बुधवार से शुरू हो रहा संसद सत्र बुंदेलखंड वासियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के बीच में बंटे बुंदेलखंड के सभी एक दर्जन सांसदों को चाहिए कि वे एकजुट होकर संसद में पृथक बुंदेलखंड की मांग उठाएं और जल्द से जल्द घोषणा करने के लिए बाध्य करें। अगर वे ऐसा करने में खुद को सक्षम न पा रहे हों तो तत्काल इस्तीफा दे दें।
उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड राज्य बनाने की मांग सन 1955 में सबसे पहले उठी थी लेकिन सांसदों व विधायकों की निष्क्रियता की वजह से अभी तक बुंदेलखंड नहीं बन पाया और पिछड़ता चला गया लेकिन बुंदेलखंड की जनता अब और बर्दाश्त नहीं करेगा। हस्ताक्षर अभियान के प्रति लोगों का उत्साह देखकर लगता है कि दो महीने में 10 लाख लोगों से हस्ताक्षर कराने का लक्ष्य पहले ही पूरा हो जायेगा। गांवों के लोग बहुत तेजी से जुड़ रहे हैं। कृष्ण गोपाल द्विवेदी, हरी शरण सक्सेना, बृजेन्द्र राठौर, भागीरथ शर्मा, राज कुमार राठौर, करन साहू, एमएम खान, लालता सक्सेना, बच्चा ¨सह यादव, गौरव मिश्र, अमर चंद विश्वकर्मा, इकबाल भाई समेत कई लोग मौजूद रहे।