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पांच केंद्रों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय रोका

जागरण संवाददाता, महोबा: लाख प्रयास के बाद भी जनपद में आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन पटरी पर

By JagranEdited By: Published: Mon, 11 Feb 2019 11:39 PM (IST)Updated: Mon, 11 Feb 2019 11:39 PM (IST)
पांच केंद्रों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय रोका
पांच केंद्रों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय रोका

जागरण संवाददाता, महोबा: लाख प्रयास के बाद भी जनपद में आंगनबाड़ी केंद्रों का संचालन पटरी पर नहीं आ रहा है। जिला कार्यक्रम अधिकारी की औचक जांच में एक केंद्र खुला मिला जहां बच्चे नदारद थे। चार केंद्रों पर ताला लटकने से पोषाहार की जांच नहीं हो सकी। इसी के साथ जिलाधिकारी द्वारा सौंपी गई जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों की जांच में शिक्षक दोषी पाए गए। उमरई प्रधान मिड-डे मील के घपले में लिप्त पाए गए। पांचों केंद्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का मानदेय रोकने के साथ शिक्षकों व प्रधान की रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

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जिला कार्यक्रम अधिकारी सीएल साहू ने आंगनबाड़ी केंद्र देवगनपुरा का निरीक्षण किया। केंद्र पर कार्यकर्ता सुशीला मौजूद मिली पर पंजीकृत 123 बच्चों में से एक भी बच्चा मौजूद नहीं था। इसके बाद सरगपुरा केंद्र के निरीक्षण में वह बंद पाया गया और कार्यकर्ता सुनीता तथा सहायिका पार्वती नदारद थीं। इसी तरह भरमपुर में कार्यकर्ता रामसखी सोनी, बनियाट की कार्यकर्ता पम्मी राजपूत और पठानपुरा की कार्यकर्ता कल्पना राजपूत के केंद्रों पर ताला लटकता मिला। केंद्र बंद होने से यहां पोषाहार की जांच नहीं हो सकी। सीएल साहू के अनुसार सुपरवाइजर सावित्री का केंद्रो पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं पाया गया। गांववासियों ने बताया कि केंद्र कभी कभी ही संचालित होता है। लगातार हिदायतों एव निरीक्षण के बावजूद सीडीपीओ ने केंद्र चलवाने का प्रयास नहीं किया। जिसकी आख्या उच्चाधिकारी को भेजी जाएगी। पांचों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय रोकने की संस्तुति की गई।

एमडीएम में प्रधान कर रहे गड़बड़ी

महोबा: उमरई के ग्राम प्रधान कमलेश तिवारी ने गांव के जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापक ब्रजकिशोर मिश्र की जिलाधिकारी से शिकायत की थी। जिलाधिकारी ने कार्यक्रम अधिकारी, एडीओ पंचायत व स्वस्थ भारत मिशन के समन्वयक की टीम को जांच सौंपी। जिला कार्यक्रम अधिकारी सीएल साहू के अनुसार टीम ने मौके पर जांच की तो पाया कि प्रधानाचार्य और अध्यापक विनोद रिछारिया एक दूसरे की शिकायत करते रहते हैं। शिक्षण कार्य में रुचि न लेने से बच्चों का भविष्य बिगड़ रहा है। यहां से एक किसी शिक्षक के स्थानांतरण की जरूरत पाई गई। ग्राम प्रधान खुद एमडीएम गड़बड़ी में लिप्त मिले। उन्होंने कहा कि जल्द जांच रिपोर्ट डीएम को दी जाएगी।


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