19 जांच टीमों ने परखी सड़कों की गुणवत्ता
जागरण संवाददाता महोबा जिले में नहर सिल्ट सफाई के मामले में अभी खामियां खुल कर सामने आई
जागरण संवाददाता, महोबा: जिले में नहर सिल्ट सफाई के मामले में अभी खामियां खुल कर सामने आई ही थीं कि अब सड़क निर्माण को लेकर भी जांच टीमें हकीकत तलाशने में जुटी हैं। पूरे जिले में अलग-अलग क्षेत्रों में तैयार हो रही और बच चुकी सड़कों की गुणवत्ता जांचने के लिए टीमें लगाई गई हैं। हर अधिकारी के साथ एक इंजीनियर भी लगाया गया है। टीमें ने अधिकांश काम कर लिया है, जल्द ही वे डीएम को रिपोर्ट सौंपेंगी।
महोबा शहर के साथ क्षेत्रों में पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड की ओर से सड़कों का निर्माण कराया गया था। कुछ में काम अभी होना बाकी भी है। इसमें से गुढ़ा मार्ग के मरम्मतीकरण को 29 लाख 61 हजार, गुढ़ा से तिलहन बाबा और रीवन तक सड़क मरम्मत को 96 लाख, महोबा-लौड़ी तिगैला के लिए 50 लाख रुपये का बजट था। इसी तरह निर्माण खंड पीडब्ल्यूडी के लिए चरखारी से पनवाड़ी रोड के लिए एक करोड़ 12 लाख 71 हजार रुपये, खरेला से महोबकंठ तक रोड के लिए 56 लाख 55 हजार 500, पनवाड़ी से बैंदो से मरगपुरा तक सड़क के लिए 10 लाख 49 हजार का बजट रिलीज हुआ था। कई बनते ही टूटी, कुछ अधूरी
कुनेहटा, चरखारी, पनवाड़ी क्षेत्र की सड़कों की हालत दयनीय है। लौड़ी तिगैला के पास सड़क का निर्माण हो रहा है। कबरई क्षेत्र में सड़क खराब होने से हादसे हो रहे हैं। इसके लिए क्रशर कारोबारियों ने डीएम से शिकायत की थी।
जांच कर रही टीमें
जो पैसा आया उसके एवज में काम कितना हुआ यह जांचने के लिए डीएम सत्येंद्र कुमार ने 19 जांच टीमों का गठन कराया था। इन्हें तीस नवंबर तक जांच देनी थी। शनिवार, सोमवार को टीमों ने जांच की। टीमें में गुढ़ा रोड से बन्नी संपर्क मार्ग की जांच जिला कार्यक्रम अधिकारी सुरेंद्र तिवारी, सहायक अभियंता जलनिगम अरविद कुमार अवस्थी कर रहे हैं।
बनी खन्ना से बेशीशेहर व रीवन तक बनी सड़क की जांच जिला कृषि अधिकारी वीपी सिंह, तकनीकी अधिकारी एमआर खान ने की। खन्ना से चुरेरन डेरा संपर्क मार्ग की जांच अपर मुख्याधिकारी लक्ष्मीकांत, परियोजना अधिकारी डूडा डीपी सिंह ने की। उप्र राज्य निर्माण से बना चुरेरन डेरा होते हुए खन्ना चंद्रवाल नदी पर सेतु निर्माण व संपर्क मार्ग की भी जांच की। डीपीआरओ संतोष कुमार, परियोजना निदेशक दिग्विजय सिंह, बीडीओ रजनीश शुक्ला, तहसीलदार सुबोध मणि, डीआइओएस एसपी सिंह, उपायुक्त श्रम विभाग सत्यराम यादव, भूमि संरक्षण अधिकारी संजय कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी सर्वेश कुमार, उपायुक्त उद्योग विमल द्विवेदी, दिव्यांग कल्याण अधिकारी सुधीर कुमार, तहसीलदार परशुराम पटेल, एसडीएम राकेश कुमार, तहसीलदार बालकृष्ण सिंह, एसडीएम राजेश कुमार, जिला समाज कल्याण अधिकारी अशोक कुमार, भूमि संरक्षण अधिकारी संदीप कुमार जांच कर चुके हैं।