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मुख्यमंत्री को व्यथा सुनाना चाहते हैं तारा

जागरण संवाददाता, महोबा: एम्स समेत 13 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 228 दिन से उपवास व अन्न त्याग सत्

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Mar 2017 01:02 AM (IST)Updated: Fri, 24 Mar 2017 01:02 AM (IST)
मुख्यमंत्री को व्यथा सुनाना चाहते हैं तारा
मुख्यमंत्री को व्यथा सुनाना चाहते हैं तारा

जागरण संवाददाता, महोबा: एम्स समेत 13 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 228 दिन से उपवास व अन्न त्याग सत्याग्रह कर रहे बुंदेली समाज के संयोजक तारा पाटकार मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से मिलकर अपनी व्यवस्था सुनाना चाहते हैं। वह यहां की मरणासन्न स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत से परिचित कराना चाहते हैं।

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संयोजक तारा ने बताया कि गोरखपुर में एम्स की आधार शिला यूं ही नहीं रखी गई। इसके पीछे पूर्वांचल के लोगों को वर्षों लंबा संघर्ष करना पड़ा। खुद मुख्यमंत्री ने सांसद रहते हुए एम्स आंदोलन की कमान संभाली थी। जिस तरह महोबा में एम्स लाने के लिए बुंदेली समाज ने पोस्टकार्ड अभियान चलाया उसी तरह गोरखपुरवासियों ने एक माह में एक लाख पोस्टकार्ड लिखकर प्रधानमंत्री को भिजवाए। इस अभियान में स्कूली बच्चों ने भी बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। तब जाकर 23 जुलाई 2016 को वहां एम्स दिया गया। बुंदेली समाज के संयोजक ने बताया कि बुंदेलखंड पिछड़ा जिला है। झांसी, उरई, जालौन, बांदा सभी जगह मेडिकल कालेज हो चुके हैं। यहां अभी तक कुछ नहीं मिला। यदि यहां तोहफा दे दिया जाता है तो न केवल उप्र और मप्र में बुंदेलखंड की दो करोड़ जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिलेगी। वहीं हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा और पूरे क्षेत्र का विकास होगा। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र में एम्स व 25 मेडिकल कालेज देने का एलान किया है। उनमें से एक एम्स महोबा को मिलना चाहिए। उपवास स्थल पर कृष्णाशंकर जोशी, रामसेवक अवस्थी, भूमित सोनी, वीरेंद्र, रईस, भागीरथ शर्मा, ओमप्रकाश, राम किशन आदि मौजूद रहे।


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