महिला अस्पताल चालू, पर सुविधाएं नदारद
जिला महिला अस्पताल में सुबह 11 बजे डा. शालिनी वर्मा और डा. अरुण कुमार सिंह अपने-अपने ओपीडी कक्ष में महिलाओं की जांच कर चिकित्सकीय परामर्श देते रहे। दोपहर तक पर्ची काउंटर पर 28 महिलाओं ने पंजीकरण कराया था।
महराजगंज: महिलाओं के इलाज और प्रसव की सुविधा के लिए जिला महिला अस्पताल चालू तो कर दिया गया, लेकिन सुविधाएं अभी नदारद हैं। यहां अल्ट्रासाउंड मशीन होने के बाद भी प्रसव पीड़िता को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए जिला अस्पताल का सहारा लेना पड़ता है। मंगलवार को चार चिकित्सकों में से दो अवकाश पर रहे। चिकित्सकों के नहीं रहने के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ा।
जिला महिला अस्पताल में सुबह 11 बजे डा. शालिनी वर्मा और डा. अरुण कुमार सिंह अपने-अपने ओपीडी कक्ष में महिलाओं की जांच कर चिकित्सकीय परामर्श देते रहे। दोपहर तक पर्ची काउंटर पर 28 महिलाओं ने पंजीकरण कराया था। इसके अलावा करीब 12 से 14 महिलाएं अस्पताल गेट के बाहर बैठ अपनी बारी का इंतजार करती रहीं। महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था चालू नहीं होने से प्रसव पीड़िता को जिला अस्पताल तक कराहते हुए जाना पड़ता है। घुघली विकास खंड के हरखी प्यास निवासी धर्मेंद्र चौधरी ने बताया कि पत्नी दीपिका को प्रसव पीड़ा हुआ तो आशा के साथ महिला अस्पताल पर लेकर आया। जहां डाक्टर ने जांच कर भर्ती कर दिया। यहां व्यवस्था ठीक नहीं है। सदर विकास खंड के रुधौली भावचक निवासी प्रियंका चौधरी ने बताया कि बीती रात प्रसव हुआ है। यहां अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है। जितने देर में जिला अस्पताल पर पहुंचती, उससे नजदीक प्राइवेट में ही अल्ट्रासाउंड करा ली। महिला रोगियों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। ब्लड संबंधी जांच के लिए महिला अस्पताल में ही नमूने लेने की व्यवस्था की गई है, ताकि उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत न हो। अल्ट्रासाउंड मशीन चालू करने की प्रक्रिया चल रही है। शीघ्र ही इसे चालू करा दी जाएगी।
डा. एके राय, जिला संयुक्त चिकित्सालय