सुअरों के आबादी क्षेत्र में विचरण करने से बीमारी की आशंका बढ़ी
धीरज मद्धेशिया केदार शर्मा अनिल शुक्लउमेश जायसवालसूरज अग्रहरि आदि का कहना है कि उनकी वजह से डर के मारे बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता है। सबसे अधिक परेशानी ग्रामीण अंचल से आने वाले पटरी व्यवसायियों को होती है।
महराजगंज: उपनगर में संक्रामक रोग के संवाहक खुलेआम घूम रहे हैं। इनके पालकों को न तो शासन का भय है और न बीमारी फैलने का डर। जिसे लेकर नागरिक भयभीत हैं। जबकि दिन की कौन कहे रात में भी नगर की सड़कों पर इनके विचरण करने पर कोई पाबंदी नहीं है। इंसेफेलाइटिस सहित अन्य कई खतरनाक संक्रामक बीमारियों के प्रमुख संवाहक सुअर धर्मपुर, कामतारोड, पचरुखिया, हरपुर की सड़कों पर पूरे दिन बेरोकटोक के घूम रहे हैं।
धीरज मद्धेशिया, केदार शर्मा, अनिल शुक्ल,उमेश जायसवाल,सूरज अग्रहरि आदि का कहना है कि उनकी वजह
से डर के मारे बच्चों को घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता है। सबसे अधिक परेशानी ग्रामीण अंचल से आने वाले पटरी व्यवसायियों को होती है। कोतवाली अंतर्गत कस्बा अराजी बैरिया, सडकहवा, धरमौली सहित अन्य क्षेत्रों में सुअर पालकों की मनमानी से लोग परेशान हैं। सुअर खुलेआम सड़कों पर घूमते नजर आ रहे है। ग्रामीण सुशील द्विवेदी, लक्ष्मी चौधरी, जय कुमार गुप्त,सूर्यभान यादव, रामचंद्र श्रीवास्तव, गोविद यादव, धर्मेंद्र कुमार आदि लोगो ने बताया कि पूरा देश कोरोना बीमारी से जूझ रहा है। खुलेआम सड़कों पर घूम रहे सुअर को अगर जल्द ही इसका निवारण नहीं हुआ तो लोगों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है