ऐसे तो पूरा हो चुका डिजिटल इंडिया का सपना
महराजगंज देश में आज भी 70 फीसद आबादी गांवों में बसती है। वहीं आजादी के बाद भी विकास खंड
महराजगंज: देश में आज भी 70 फीसद आबादी गांवों में बसती है। वहीं आजादी के बाद भी विकास खंड नौतनवा ग्राम पंचायत अहिरौली के ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर हैं। जहां बिजली, सड़क, पानी की समस्याओं से लोग जूझ रहे हैं। पांच हजार की आबादी वाले इस गांव में 10 केवीए का एक ट्रांसफार्मर से 60 कनेक्शन धारी हैं। अन्य ग्रामीण अंधेरे में गुजर बसर कर रहे हैं। पेयजल के लिए लोग मारे-मारे फिरते हैं। गांव में पहुंचने के लिए कच्ची सड़क पर चलना मजबूरी बन गया है। गांव में अधिकांश गरीब तबले के लोग हैं जिसमें वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन, दिव्यांग जन, आदि जरूरतमंदों को पेंशन योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। ऐसे में सरकार का डिजिटल इंडिया का सपना अधूरा दिखाई दे रहा है।
ग्रामीण मोहम्मद शरीफ का कहना है कि वर्षों से सफाई कर्मी गांव में नहीं आए। नालियों की सफाई न होने से पूरा गांव गंदगी से कराह रहा है। जहां बरसात होने पर नाली पर पानी सड़क पर बहता है। जिससे घर से निकलना दुश्वार हो जाता है।
ग्रामीण श्याम बिहारी ने बताया कि परसौनी, मदरा, परती गांव को जाने वाली मुख्य सड़क गड्ढायुक्त है। जिस पर चलना खतरे से कम नहीं। आए दिन राहगीर गड्ढों में गिरकर चोटिल हो चुके हैं। सबसे अधिक परेशानी स्कूली बच्चों को होती है।
ग्रामीण बृजेश यादव ने बताया कि क्षेत्र के जिम्मेदार नेता व अधिकारियों से गांव की जनसमस्याओं के बारे में अवगत कराया गया है, लेकिन कोई भी हमारी समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं है। ऐसे में अपनी व्यथा किसको सुनाया जाए।
इशहाक अली ने बताया कि गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। ग्रामीण सरकारी योजनाओं से कोसों दूर हैं। पेयजल, सड़क और बिजली की समस्या तो आम हैं। प्रधानमंत्री देश को डिजिटल इंडिया बनाने का सपना दिखा रहे हैं।
गांव के विकास के लिए शासन की हर योजनाओं को क्रियान्वित किया जा रहा है। साफ-सफाई के लिए कर्मचारियों को कड़े निर्देश दिए गए हैं। लापरवाही मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
अनिल कुमार यादव, बीडीओ, नौतनवा
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