नहर में लहलहा रही गन्ने की फसल,महकमा बेखबर
महराजगंज: ¨सचाई खंड गोरखपुर अंतर्गत वन क्षेत्र से घिरे तहसील क्षेत्र के ग्राम वसुली में पुरान
महराजगंज:
¨सचाई खंड गोरखपुर अंतर्गत वन क्षेत्र से घिरे तहसील क्षेत्र के ग्राम वसुली में पुराने सिस्टम में बनी नारायण नहर शाखा स्थित है जो नई गंडक प्रणाली के संचालन के बाद निष्प्रयोज्य हो चुकी है। खाली पड़ी इस नहर शाखा के फैले बड़े भूभाग पर कई वर्षों से विभागीय मिलीभगत से दबंगों द्वारा कब्जा करके खेती कार्य किया जा रहा है। वर्तमान समय में उसमें गन्ने की फसल लहलहा रही है। यह अवैध गोरखधंधा ऐसा नहीं है कि विभागीय अधिकारियों को पता नहीं है। बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से उनकी भी इस बहती गंगा में हाथ धोने की सूचना से इनकार नहीं किया जा सकता है। वन क्षेत्र से घिरे तहसील क्षेत्र के ग्राम वसुली में आबादी से दूर वीरान क्षेत्र में पुराने सिस्टम में बनी नारायणी नहर शाखा का आज भी अस्तित्व है, लेकिन इस नहर शाखा में अब पहले की तरह पानी का प्रवाह न होकर नहर भूमि के लंबे भूभाग में आसपास गांव के दबंगों द्वारा कब्जा करके खेती की जा रही है। वर्तमान समय में उसमें गन्ने की खेती की गई है। इस नारायणी नहर शाखा के पास ही ¨सचाई विभाग का एक अदद डाक बंगला व कालोनी में आवासीय भवन भी स्थित हैं जो अब निष्प्रयोज्य हो चुके हैं। ¨सचाई खंड गोरखपुर के अधीन यह करोड़ों की संपत्ति विभागीय कर्मचारियों की देखरेख के अभाव में वीरान है । जहां अवैध कब्जा करने के लिए आसपास के लोगों की होड़ लगी हुई है। ¨सचाई खंड प्रथम के एसडीओ संजय मल्ल का कहना है कि इस बात की जानकारी है। अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ एंटी भू माफिया सूची बनाई गई है। शीघ्र ही विभाग की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करा दिया जाएगा ।