सात अधिकारी समेत 30 का रोका वेतन
कलेक्ट्रेट और विकास भवन के निरीक्षण में खुली पोल - सात अधिकारी 23 कर्मचारी मिले गैरहाजिर
महराजगंज : शासन भले ही अधिकारियों-कर्मचारियोंको समय से कार्यालय में बैठने का फरमान जारी करे। लेकिन जिले में इसका असर नहीं दिखाई दे रहा है। इसकी हकीकत जिलाधिकारी के कलेक्ट्रेट और विकास कार्यालय के निरीक्षण में उजागर हुई। सात अधिकारी और 23 कर्मचारी नदारद रहे। लिहाजा डीएम ने सभी को वेतन बाधित कर दिया।
जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार ने सुबह 9.43 बजे विकास भवन पहुंचे। मुख्य विकास अधिकारी मौजूद मिलें, जबकि अधिकारी अधिशासी अभियन्ता ग्रामीण अभियंत्रण, युवा कल्याण व प्राविधिक विकास अधिकारी, जिला अर्थ एव संख्या अधिकारी, परियोजना अधिकारी नेडा, जिला ग्रामोद्योग व सहायक अभियन्ता अनुपस्थित मिले।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी एवं जिला दिव्यांग अधिकारी निरीक्षण के समय पहुंचे। इसी के साथ विकास विभाग में बड़ी संख्या कर्मचारी अनुपस्थित मिले। इसके बाद डीएम ने सुबह 10.20 बजे कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां विकास निरीक्षक नवीन कुमार, संयुक्त कार्यालय में रामाश्रय चौरसिया, नन्दिता राय, मालती श्रीवास्तव लिपिक, विद्या निवास मिश्र, अभय नारायण लाल, वीरेन्द्र कुमार, वन्दना तिवारी पूर्ति निरीक्षक, मेराजुदीश लिपिक, डूडा के सौरभ सिंह सीएल टीसी,भू-लेख से अनिल कुमार अनुपस्थित रहे। इसके अलावा राकेश चंद्र 5 दिसंबर से अनुपस्थित हैं, हेमंती भी अनुपस्थित पाई गई। डीएम ने कहा कि सभी का वेतन बाधित कर दिया गया है।