महराजगंज में 50 हजार रुपये का इनामी बदमाश गिरफ्तार
एसटीएफ टीम के प्रभारी व टीम लीडर घनश्याम यादव ने बताया कि एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक डा. राकेश कुमार मिश्र के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय अपराधियों की गिरफ्तारी व उनके गतिविधियों पर नजर रखने के दौरान सुमेरचंद्र लोध के कई बार भारतीय सीमा क्षेत्र में आने और जाने के साक्ष्य मिले थे।
महराजगंज: वर्ष 2013 में जिला न्यायालय में पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हुए 50 हजार रुपये के इनामी अपराधी नेपाल निवासी सुमेर चंद्र लोध को एसटीएफ व महराजगंज की पुलिस टीम ने शनिवार की भोर में बस स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपित अपने पुराने साथियों से मिलने के लिए भारतीय क्षेत्र में आया हुआ था और पुन: नेपाल जाने की फिराक में था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस चरस व अन्य नशीले पदार्थो की तस्करी आदि में शामिल उसके साथियों के बारे में भी पूछताछ करने में लगी हुई है।
एसटीएफ टीम के प्रभारी व टीम लीडर घनश्याम यादव ने बताया कि एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक डा. राकेश कुमार मिश्र के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय अपराधियों की गिरफ्तारी व उनके गतिविधियों पर नजर रखने के दौरान सुमेरचंद्र लोध के कई बार भारतीय सीमा क्षेत्र में आने और जाने के साक्ष्य मिले थे। इन गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए एसटीएफ लोकल पुलिस से संपर्क साधकर काम कर रही थी। इसी बीच शुक्रवार को आरोपित सुमेर चंद्र लोध के भारतीय क्षेत्र में आने की लोकेशन मिली। लोकेशन मिलते ही गोरखपुर से टीम रवाना हो गई।
शुक्रवार की देर रात तक अपने सूत्रों के हिसाब से जांच की गई और अंत में शनिवार की सुबह तीन बजे सदर कोतवाली पुलिस टीम की मदद से सुमेर चंद्र लोध को बस स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपित शनिवार की सुबह पहली बस से नेपाल जाने वाला था। गिरफ्तारी के बाद अबतक आरोपित ने बताया है कि वह यहां पर अपने पुराने साथियों से मिलने आया हुआ था, वह कौन हैं इस बारे में पूछताछ की जा रही है। सुमेर के फरार होने पर निलंबित हुए थे पांच पुलिसकर्मी:
नेपाल राष्ट्र के जिला रूपनदेही, थाना मधुबनिया व गांव मेडरहवां निवासी सुमेर चंद्र लोध को पहली बार वर्ष 2011 महराजगंज की नौतनवा थाने की पुलिस ने नेपाल राष्ट्र से भारतीय सीमा क्षेत्र में चरस की तस्करी में गिरफ्तार किया था। पांच किग्रा चरस के साथ गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया था। करीब दो वर्षों तक काफी प्रयास के बाद भी सुमेर को जमानत नहीं मिली तो उसने जेल से भागने की सोची, लेकिन असफल रहा। इसी बीच वर्ष 2013 में अपर जिला न्यायाधीश न्यायालय में पेशी के दौरान वह पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया था। इस घटना के बाद पुलिस विभाग के दो दारोगा समेत कुल पांच लोगों को निलंबित किए गए थे साथ ही फरार आरोपित सुमेर चंद्र लोध पर पुलिस ने कुल 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित कर दिया था। गिरफ्तारी में यह टीम रही शामिल
आरोपित सुमेर चंद्र लोध की गिरफ्तारी में एसटीएफ के टीम प्रभारी घनश्याम यादव, सदर कोतवाल रवि कुमार राय, नगर चौकी प्रभारी अभिषेक सिंह, राजीव कुमार यादव, राजेश कुमार, हरेराम के अलावा एसटीएफ से गिरजाशंकर यादव, कुलदीप सिंह, राजेश पाल, शिवभोला शुक्ला व नीरज कुमार शामिल रहे। एसटीएफ व कोतवाली पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 50 हजार रुपये के इनामी अंतरराष्ट्रीय आरोपित सुमेर लोध की गिरफ्तारी हुई है। आरोपित अभी भी चरस की तस्करी में लिप्त था या नहीं इसकी भी जानकारी की जा रही है।
-प्रदीप गुप्ता, पुलिस अधीक्षक, महराजगंज