खतरे के निशान को छूकर बह रही राप्ती व रोहिन
नदियों में बढ़े जलस्तर से बंधों पर दबाव बना हुआ है।
महराजगंज: लगातार हो रही बारिश के चलते शुक्रवार को भी प्रमुख नदियों में पानी का दबाव कम नहीं हुआ है। शुक्रवार को नारायणी को छोड़कर राप्ती, रोहिन सहित सभी नदियां खतरे के निशान को छूकर बहीं। नारायणी खतरे के निशान से 10 फीट नीचे बह रही है। नदियों में बढ़े जलस्तर से बंधों पर दबाव बना हुआ है। नारायणी का जल स्तर कम होने के बाद ए गैप व बी गैप बांध पर कटान तेज हुई है। जिससे आसपास के ग्रामीणों में भय का माहौल है। महाव नाले पर हुए दो स्थानों पर कटान की मरम्मत न होने से सैकड़ों एकड़ फसल अभी भी जलमग्न है। सोहगीबरवा, शिकारपुर व भोथहा गांव में पानी घुस जाने से जिले व बिहार से इन गांवों का संपर्क पूरी तरह से कट गया है। हालांकि नारायणी खतरे के निशान से नीचे बह रही है, फिर भी उसके रौद्र रूप से स्थिति भयावह है। सोहगीबरवा में एनडीआरएफ टीम के साथ ही तहसील प्रशासन द्वारा राहत सामग्री पहुंचायी जा रही है।
नाम खतरे का निशान नदी,नाला के जल स्तर की स्थिति
नदी/नाला (सायं चार बजे)
गंडक 365.30 फीट 356.10 फीट, 251200 क्यूसेक डिस्चार्ज
चंदन 101.05 मीटर 100.10 मीटर
प्यास 102.25 मीटर 101.25 मीटर
रोहिन- त्रिमुहानी 82.44 मीटर 83.160 मीटर
रोहिन- भौराबारी 80.25 मीटर 79.30 मीटर
राप्ती- रिगौली 80.30 मीटर 80.500मीटर
महाव नाला चार फीट साढ़े तीन फीट