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एहतियात के साथ घरों में पढ़ी गई जुमे की नमाज

महराजगंज बड़ी मस्जिद पर सीओ ने पहुंचकर घरों पर इबादत करने के लिए किया अपील

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 12:34 AM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 12:34 AM (IST)
एहतियात के साथ घरों में पढ़ी गई जुमे की नमाज
एहतियात के साथ घरों में पढ़ी गई जुमे की नमाज

महराजगंज: कोरोना संक्रमण को लेकर हुए साप्ताहिक बंदी के चलते माहे रमजान के अलविदा जुमा की नमाज इस बार अधिकांश घरों में ही अदा की गई। कोरोना को लेकर सरकार द्वार जारी गाइडलाइन के अनुसार मस्जिदों में सिर्फ पांच लोग ही नमाज पढ़ सके। जुमे की नमाज की तैयारी को लेकर गुरुवार को ही पुलिस विभाग के अधिकारियों ने मुस्लिम समुदाय के विभिन्न संगठनों के साथ बैठक कर नियमों के पालन और महामारी के प्रकोप को देखते हुए घरों में ही नमाज अदा करने की अपील की थी। शुक्रवार को अलविदा जुमा की नमाज को लेकर पुलिस-प्रशासन ने भी पूरी तैयारी की हुई थी। अधिकारियों ने महामारी के बढ़ते प्रकोप और साप्ताहिक बंदी का हवाला देते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों से घरों में ही नमाज अदा करने की अपील की। नगर के बड़ी मस्जिद पर नमाज अदा करने पहुंचे अधिकांश लोगों को सीओ सदर कोमल मिश्र के नेतृत्व में घर पर ही नमाज अदा करने के लिए वापस भेज दिया गया। जिले के निचलौल, नौतनवा, आनंदनगर संवाददाता के अनुसार भी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने घरों में ही नमाज अदा कर कोरोना के खात्में की दुआ की। एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जिले के मस्जिदों में नमाज पढ़ने की अनुमति नहीं दी गई थी। रमजान में घर से ही करें कोरोना के खात्मे की दुआ

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महराजगंज: जिले में लगातार कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में मुस्लिम समुदाय ने भी पाक माह रमजान के प्रत्येक दिवस होने वाले रोजा इफ्तार दावत से बच रहे हैं और लोगों को संक्रमण से बचाव और कोरोना से जीत का संदेश दे रहे हैं अन्य लोगों को भी चाहिए कि वह कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करते हुए अपने और समाज को स्वस्थ रखने में मदद करें। हमारे देश में जब भी किसी तरह की मुसीबत आई है, उससे निपटने में देश के हर एक इंसान ने अपने स्तर से भूमिका का निर्वहन किया है। कोरोना महामारी के रूप में एक बार फिर इंसान व इंसानियत के दुश्मन से हमें लड़ना है। इस बीमारी से लड़ना सबकी जिम्मेदारी है। इससे निपटने के लिए सरकार ने गाइडलाइन तय की है उसका पालन करना चाहिए। रमजान के महीने में हर नेकी का सवाब बढ़ जाता है। घर पर ही ज्यादा से ज्यादा इबादत करें। अपने पड़ोसी का ख्याल रखें। इस महामारी ने कई परिवार से उसकी रोजी-रोटी छीन ली है। ऐसे लोगों की मदद करें। गरीब-मजबूरों की मदद से अल्लाह खुश होता है। अल्लाह से इस बीमारी से सबको महफूज रखने की दुआ करें।

हाफिज इस्तियाक अहमद कोविड-19 के गाइडलाइन का पालन करने के लिए जरूरी है कि रमजान माह में सभी लोग घर पर ही अल्लाह की इबादत करें। रहमतों का माह रमजान खुदा से खुद को जोड़ने का माह है। इस वर्ष कोरोना को देखते हुए सभी को पर्व मनाने के साथ अपनी व अपने परिवार की भी रक्षा करनी है। इसलिए जब बहुत आवश्यक हो तभी घर से निकलें अथवा घर में अल्लाह की इबादत करें। इसी के साथ ही हमें घर पर ही इबादत कर अल्लाह से कोरोना के खात्में की दुआ करनी है।

मौलाना रागिब हुसैन


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