ड्राई एटीएम को 36 करोड़ की दरकार
महराजगंज: धन की कमी की वजह से जिले भर में बैंक व एटीएम की स्थिति अत्यंत बुरी है। 89 एटीएम
महराजगंज: धन की कमी की वजह से जिले भर में बैंक व एटीएम की स्थिति अत्यंत बुरी है। 89 एटीएम को संचालित करने के लिए लगभग 36 करोड़ की दरकार है। धन के लिए बैंक पहुंचने वाले खाताधारकों व एटीएम पर पहुंचने वाले कार्डधारकों को निराश होकर लौटना पड़ रहा है। बैंक प्रबंधन द्वारा किसी तरह व्यवस्था को संचालित किया जा रहा है। लेकिन एटीएम ड्राइ होने से मुश्किलें बढ़ गई है। जिले में कुल 158 बैंक शाखाएं व 89 एटीएम का संचालन होता है। बैंक शाखाओं में सर्वाधिक शाखा पूर्वांचल बैंक के पास है, जबकि दूसरे नंबर पर एसबीआई के बैंक हैं। पूर्वांचल बैंक पर जैसे-तैसे काम चल रहा है, मगर स्टेट बैंक की स्थिति अत्यंत खराब है। नगर के मुख्य शाखा, फरेंदा शाखा, सिसवां शाखा को छोड़ दिया जाए तो हर जगह शाखाओं पर खाताधारकों को धन लेने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं जिले में सभी बैंकों के स्थित कुल 89 एटीएम में स्टेट बैंक के तीन से चार एटीएम, एचडीएफसी बैंक के एटीएम व इलाहाबाद बैंक का एटीएम ही लोगों की सहायता कर पा रहे हैं, शेष धन की कमीं की वजह से या तो बंद हैं या फिर संचालित नहीं हो पा रहे हैं। धन की जरूरत को देखते हुए खाताधारक मारे-मारे फिर रहे हैं । बैंक सूत्रों के मुताबिक जिले में स्थित प्रति एटीएम को संचालित करने के लिए प्रतिदिन औसतन 40 लाख रुपये की आवश्यकता है। ऐसे में यदि जिले के सभी एटीएम को नियमित रूप से संचालित करना हो तो प्रतिदिन लगभग 36 करोड़ की आवश्यकता है। चिउटहा संवाददाता के अनुसार बैंकों अभी नगदी के संकट से भारतीय स्टेट बैंक ¨सदुरिया अभी उबर नहीं पाई हैं। ज्यादातर एटीएम कैश के अभाव में बंद ही रहते है। इसके चलते ग्राहकों को पूर्वाचल ग्रामीण बैंक एक माह बाद भी एक से दो हजार रुपये का भुगतान कर पाई। यहीं हाल सेंट्रल बैंक मिठौरा की एवं विभिन्न शाखाओं का रहा, जिनमें भी काम चलाऊ नगदी होने के कारण खाता धारकों को थोड़े-थोड़े पैसे का ही भुगतान किया गया है। गुरुवार को ज्यादातर बैंकों ने खाताधारकों को नगदी नहीं दी। वहीं उनके एटीएम बंद रहे। कैश के अभाव के चलते जिन बैंकों के एटीएम में सप्ताह में एक बार नकदी डाली जाती है उनमें नकदी खत्म होने पर दोबारा नगदी नहीं डाली जा सकती। भारतीय स्टेट बैंक ¨सदुरिया ब्रांच के मैनेजर ने बताया कि धीरे-धीरे बैंकों में नगदी की स्थिति सुधर रही है। खाताधारक सुरेंद्र, आदित्य, राजाराम ,मोहन, सुरेश, प्रेमलाल आदि ने बताया कि दो सप्ताह से बैंक का यही हाल है। रोज आते हैं और शाम को बिना नकदी लिए लौटना पड़ता है।
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धन की उपलब्धता के लिए जारी है प्रयास: मुख्य प्रबंधक
मार्गदर्शी बैंक के मुख्य प्रबंधक अनिल कुमार निगम ने कहा कि धन की कमी की वजह से बैंक की समस्या सामने आ रही है। रिजर्व बैंक से धन की मांग की गई है, धन मिलने के बाद ही स्थिति सामान्य होने के आसार हैं।