सौभाग्य से रोशन हुआ घर, उम्मीदों को लगे पर
नेपाल सीमा से सटे संवेदनशील जिला महराजगंज के गांव-गांव में बिजली पहुंच गई है। यह सब संभव हुआ सरकार की सौभाग्य योजना से। हर घर रोशनी से जगमग हो गया है। ऐसे में कभी बिन बिजली के अंधेरी जिदंगी जी रहे ग्रामीणों के सपने पूरे हो गए हैं और अब उम्मीदों के पंख लग गए हैं।
महराजगंज: नेपाल सीमा से सटे संवेदनशील जिला महराजगंज के गांव-गांव में बिजली पहुंच गई है। यह सब संभव हुआ सरकार की सौभाग्य योजना से। हर घर रोशनी से जगमग हो गया है। ऐसे में कभी बिन बिजली के अंधेरी जिदंगी जी रहे ग्रामीणों के सपने पूरे हो गए हैं और अब उम्मीदों के पंख लग गए हैं। प्रदेश के अति पिछड़े जिले में शामिल तराई के करीब आधे हिस्से में निवास करने वाले ग्रामीण आजादी के बाद से ही बिजली के अभाव में ढिबरी की रोशनी में जीवन गुजारने को विवश थे। बिजली के अभाव में जहां शिक्षा प्रभावित हो रही थी, वहीं लोगों को उद्योग धंधा लगाने का अवसर नहीं मिल पा रहा था। लेकिन सरकार की सौभाग्य योजना ग्रामीणों के ¨जदगी को नई धार दी है। अब हर घर के बच्चे बिजली की रोशनी में पढ़ाई कर अपना भविष्य गढ़ रहे हैं, वहीं बेरोजगार युवक सरकार की विभिन्न योजना के माध्यम से ऋण प्राप्त इस उद्योग लगा रोजगार से जुड़ रहे हैं। इस संबंध में अधिशासी अभियंता विद्युत हरिशंकर ने कहा कि प्रत्येक घर को बिजली कनेक्शन वितरित कर दिए गए हैं। जनपद को विद्युतीकरण से संतृप्त घोषित कर दिया गया है। सिसवा, घुघली सहित अनेक टाउन में एरियल बंच कंडक्टर केबल लगाया गया है। उन्होंने कहा कि उपभोक्ता अपने विद्युत बिल का भुगतान करें, और कार्रवाई से बचें। जनपद के पांच सब स्टेशन के ट्रांसफार्मरों मुख्यालय, घुघली, अड्डा बाजार, नौतनवा का पांच एमवीए से बढ़ाकर दस एमवीए क्षमता वृद्धि की गई, जबकि बृजमनगंज की तीन एमवीए से बढ़ाकर पांच एमवीए क्षमता वृद्धि की गई। इससे इन उप केंद्रों को फिलहाल ओवर लोड की समस्या से निजात मिली है।
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चार उपकेंद्र तैयार, शीघ्र चालू होने का इंतजार
महराजगंज: बिजली की बेहतर व्यवस्था उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए इस वर्ष चार उपकेंद्र मुजरी, रम्हौली, चौमुखा और डोमा का कार्य अंतिम दौर में है। बस अब इसके चालू होने का इंतजार है। कयास लगाए जा रहे हैं कि जनवरी से यह चालू हो जाएंगे।
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तो बिजली की नहीं होगी दिक्कत
महराजगंज: वर्तमान में महराजगंज के लिए मोतीराम अड्डा से बैकुंठपुर को बिजली आपूर्ति की जाती है। इसके बाद यहां से जनपद को आपूर्ति दी जाती है। लेकिन गोपाला में 220 केवी का ट्रांसमीशन बनकर तैयार हैं। इसके चालू होने से जनपद को बिजली की समस्या से निजात मिलेगी।