छाया रहा यूरिया के संकट का मुद्दा
कलेक्ट्रेट सभागार में जिला विकास अधिकारी जगदीश त्रिपाठी की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित किसान दिवस में यूरिया के संकट का मुद्दा छाया रहा। किसानों ने कहा कि साधन सहकारी समितियों पर यूरिया नहीं है और छोटे-बड़े बाजार भी यूरिया से खाली हो गए हैं। तीन दिन के भीतर दोबारा सींचे गए खेतों में यूरिया नहीं पड़ी तो पैदावार मारी जाएगी और उत्पादन घट जाएगा।
महराजगंज : कलेक्ट्रेट सभागार में जिला विकास अधिकारी जगदीश त्रिपाठी की अध्यक्षता में गुरुवार को आयोजित किसान दिवस में यूरिया के संकट का मुद्दा छाया रहा। किसानों ने कहा कि साधन सहकारी समितियों पर यूरिया नहीं है और छोटे-बड़े बाजार भी यूरिया से खाली हो गए हैं। तीन दिन के भीतर दोबारा सींचे गए खेतों में यूरिया नहीं पड़ी तो पैदावार मारी जाएगी और उत्पादन घट जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में मांग के अनुसार बिजली की आपूर्ति भी नहीं की जा रही है और मिलों पर बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान भी नहीं किया जा रहा है।
जिला कृषि अधिकारी रवि मणि त्रिपाठी ने किसानों को बताया कि जनपद में यूरिया का संकट नहीं है। वर्तमान समय में इफको को 2800 टन यूरिया उपलब्ध करा दी गई है। इफको ने 1700 टन यूरिया बुधवार को जिले में स्थित साधन सहकारी समितियों पर भेज दी है जबकि कृभको के केंद्रों पर भी 1200 टन यूरिया अलग से उपलब्ध करा दी गई है। शनिवार तक कृभको को 1200 टन यूरिया और मिल जाएगी।
जिला विकास अधिकारी ने जगदीश प्रसाद त्रिपाठी ने किसानों से कहा कि शनिवार से सभी साधन सहकारी समितियों पर यूरिया का वितरण शुरू करा दिया जाएगा। बकाया गन्ना मूल्य भुगतान के लिए मिल प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने अधिशासी अभियंता विद्युत को निर्देश दिया कि शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं।
इस अवसर पर बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता हरिशंकर, जिला गन्ना अधिकारी जगदीश यादव व चार दर्जन से अधिक किसान उपस्थित रहे।