राष्ट्र के लिए समर्पित रहा महंत दिग्विजयनाथ का जीवन
दिग्विजय नाथ इंटरमीडिएट कॉलेज चौक बाजार में युगपुरुष ब्रह्मालीन महंत दिग्विजय नाथ महाराज की 125 वीं जयंती मनाई गई।
महराजगंज: दिग्विजय नाथ इंटरमीडिएट कॉलेज चौक बाजार में युगपुरुष ब्रह्मालीन महंत दिग्विजय नाथ महाराज की 125 वीं जयंती मनाई गई। इस दौरान नाथ पंथ का लोक कल्याणकारी अभियान एवं महंत दिग्विजय नाथ विषयक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली के संस्कृत विभाग के प्रोफेसर संतोष कुमार शुक्ल ने कहा कि गुरु गोरक्षनाथ की परंपरा लोक कल्याण की परंपरा रही है। हिदू संस्कृति की रक्षा के लिए नाथ पंथ के योगियों ने स्वयं को समर्पित किया। महंत दिग्विजय नाथ के जीवन पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि महंतजी का जीवन बाल्यावस्था से ब्रह्मलीन तक का समय संपूर्ण राष्ट्र के लिए समर्पित रहा।
विशिष्ट अतिथि गोरखनाथ संस्कृत विद्यापीठ गोरखपुर के प्राचार्य डा. अरविद चतुर्वेदी ने कहा कि नाथ पंथ का लोक कल्याणकारी अभियान समाज के उत्थान के लिए सदैव तत्पर रहा है। महंत दिग्विजय नाथ ने पूर्वांचल में शिक्षा तथा स्वास्थ्य के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
अध्यक्षता कर रहे महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सक्रिय सदस्य प्रथम नाथ मिश्र ने कहा कि देश में अनेक प्रकार के पंथ धर्म एवं संप्रदाय अलग-अलग तरीके से कार्य करते रहे हैं।
गोष्ठी को गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ संजय कुमार त्रिपाठी तथा दिग्विजय नाथ बालिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका सपना सिंह व दिग्विजय नाथ इंटरमीडिएट कॉलेज चौक बाजार के प्रधानाचार्य डा. हरेंद्र यादव ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम संचालन शेष नाथ ने किया। इस अवसर पर गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवेद्यनाथ महाविद्यालय, दिग्विजय नाथ इंटरमीडिएट कॉलेज एवं संबद्ध प्राथमिक अनुभाग तथा दिग्विजय नाथ बालिका पूर्व माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक, कर्मचारी व विद्यार्थी उपस्थित रहे।