पॉलीथिन की बिक्री धड़ल्ले से, जिम्मेदार बेपरवाह
शासन-प्रशासन के लाख कोशिशों के बावजूद धड़ल्ले के साथ पालीथिन का प्रयोग किया जा रहा है। पालीथिन पर रोक शासन ने जरूर लगाया, लेकिन यह फरमान मात्र फाइलों मे धूल फांक रहा हैं।
महराजगंज : शासन-प्रशासन के लाख कोशिशों के बावजूद धड़ल्ले के साथ पालीथिन का प्रयोग किया जा रहा है। पालीथिन पर रोक शासन ने जरूर लगाया, लेकिन यह फरमान मात्र फाइलों मे धूल फांक रहा हैं। दो अक्टूबर से पालीथिन व थर्माकोल के सामान की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन बाजारों मे कोई खास असर नहीं देखा जा रहा है , बल्कि और तेजी आ गई है । दुकानदार ग्राहकों को पॉलीथिन में ही रखकर अपने सामान को बेच रहे हैं। सरकार के लाख जतन के बावजूद पॉलीथिन बेचने व पॉलीथिन में सामान बेचने वाले दुकानदारों व उसमे सामान रखकर ले जाने वालों को तनिक मात्र डर भय नहीं है।
इसी में खाद्य पदार्थ होने की लालच में घुमक्कड़ पशु खा लेते हैं । एसडीएम, तहसीलदार व अधिशासी अधिकारी द्वारा नगर में छापेमारी भी की गई और लोगों से पॉलीथिन का उपयोग न करने की सिफारिश भी की थी , लेकिन इतने के बावजूद गांव- नगर व कस्बों मे पॉलीथिन का प्रयोग धड़ल्ले के साथ किया जा रहा है। आज भी पॉलीथिन प्रयोग से लोगों का मोह भंग नहीं हुआ है।