यहां तो कूड़े में अपना निवाला ढूंढ रहे बेसहारा पशु
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोवंशीय पशुओं को 10 जनवरी तक हर हाल में गो सदन में पहुंचाने का निर्देश जारी किया था, लेकिन उनके निर्देशों का जिम्मेदारों पर कोई असर नहीं दिखाई पड़ रहा है। जिसका उदाहरण नगर पालिका परिषद नौतनवा में देखने को मिल रहा है।
महराजगंज: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोवंशीय पशुओं को 10 जनवरी तक हर हाल में गो सदन में पहुंचाने का निर्देश जारी किया था, लेकिन उनके निर्देशों का जिम्मेदारों पर कोई असर नहीं दिखाई पड़ रहा है। जिसका उदाहरण नगर पालिका परिषद नौतनवा में देखने को मिल रहा है। यहां आज भी दर्जनों की संख्या में बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं। मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद नौतनवा नगर में दर्जनों से अधिक संख्या में बेसहारा पशु देखे गए। जिसको देखकर लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। सोमवार की सुबह नगर की मुख्य सड़क स्टेशन चौराहे के समीप दर्जनों की संख्या में बेसहारा पशुओं को कूड़े की ढेर में अपना भोजन खोजते देखा गया। वहीं नगर पालिका में पिछले कई वर्षों से बेसहारा पशुओं का सड़कों एवं गलियों में आशियाना रहा है। जिससे राहगीरों को काफी हद तक दिक्कतें होती रहती है। पशुओं से निजात पाने के लिए पिछले दिनों गोरखा समाज एवं ¨हदू गोशाला सेवा समिति अध्यक्ष मनोज कुमार राना के प्रयास से पुरानी नौतनवा में स्थित गोशाला में पशुओं के ठहराव के लिए व्यवस्था किया गया, लेकिन वह भी विफल रहा। स्थानीय नागरिक राजू जायसवाल, अनिल कुमार, राजकिशोर चौधरी, जवाहर भारती, व्यास शर्मा, पवन अग्रहरि, चंदन जायसवाल, रामकेवल, नाथू प्रसाद आदि ने बताया कि सरकार का आदेश सराहनीय है , लेकिन संबंधित अधिकारी इसको संज्ञान नहीं ले रहे हैं। चेयरमैन गुड्डू खान ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश का पालन किया जा रहा है। नगर में घूम रहे कई दर्जन बेसहारा पशुओं को पकड़कर मधवलिया गो सदन भेजा गया है।