Move to Jagran APP

आंदोलन के मूड में बिजली विभाग के संविदा कर्मचारी

मानदेय में घपला से संविदा कर्मचारी आक्रोशित -बिजली विभाग को भी दोषी मान रहे कर्मचारी

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Feb 2020 11:14 PM (IST)Updated: Tue, 18 Feb 2020 06:06 AM (IST)
आंदोलन के मूड में बिजली विभाग के संविदा कर्मचारी

महराजगंज: बिजली विभाग के 225 संविदा कर्मचारियों के मानदेय भुगतान व ईपीएफ कटौती के नाम पर धोखाधड़ी से संविदा कर्मचारी आक्रोशित हैं। वह सेवा प्रदाता एजेंसी ग्लोब इंडिया इंफ्रास्ट्रक्टर सिसवा बजार के प्रोपराइटर अरविद सिंह के साथ बिजली विभाग के अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि सेवा प्रदाता एजेंसी द्वारा प्रत्येक महीने संविदा कर्मचारियों का पहले मानदेय व ईपीएफ खाते में भेजना होता है। फिर उसी रिपोर्ट के आधार पर बिजली विभाग में एजेंसी को भुगतान करती है। लेकिन यहां नियम कानून को ताक पर रखकर बिजली विभाग के अधिकारी फर्म को भुगतान करते रहे, उन्होंने यह नहीं दिखा कि संविदा कर्मचारियों को मानदेय क्यों नहीं मिला रहा है।

loksabha election banner

---------

इनसेट

17-एमआरजे-29

परिचय-छेदी प्रसाद

14 हजार रुपये प्रति महीने पर कर्मचारियों का अनुबंध हुआ है। ईपीएफ कटौती के बाद मानदेय प्रत्येक महीने मिलना होता है लेकिन 2019 में मार्च व अप्रैल का मानदेय मिला। तब से मानदेय किसी को नहीं मिला। विभागीय मिली भगत बिना, मानदेय वह ईपीएफ में घपला करना संभव नहीं। इसकी जांच कर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

छेदी प्रसाद, संविदा कर्मचारी, बिजली विभाग

--------

17-एमआरजे-30

परिचय-रामअधारे

मानदेय व ईपीएफ में लेकर हेराफेरी हुई है , लेकिन कर्मचारी इस उम्मीद है कि उनका बकाया रुपया मिल जाएगा। मानदेय नहीं मिलने से संविदा कर्मचारी प्रभावित हुए हैं। कई बार अधिकारियों से बात हुई , लेकिन किसी का समय से भुगतान नहीं हो पाया।

रामअधारे, संविदा कर्मचारी

-------------------

17-एमआरजे-31

परिचय-कैलाश उर्फ गब्बर

मानदेय समय से नहीं मिल रहा। कई कर्मचारी ईपीएफ के लिए परेशान हैं । संविदा कर्मचारियों की अनदेखी की जा रही है। जब संविदा कर्मचारियों को मानदेय नहीं मिल रहा तो एजेंसी को किस आधार पर भुगतान किया जा रहा है। इसकी भी जांच होनी चाहिए। विभागीय जांच कर दोषी लोगों को कार्रवाई की जाए।

कैलाश, संविदा कर्मचारी

----------

17-एमआरजे-32

परिचय-मनीष

मानदेय नहीं मिला तो कर्मचारियों ने आंदोलन किया। अधिशासी अभियंता की ओर से आश्वासन दिया गया। इसके बाद भी समय से मानदेय नहीं मिल पाया। ईपीएफ व मानदेय में घपला करोड़ों रुपये का हुआ है। निष्पक्ष जांच में सही रकम की जानकारी हो जाएगी। कर्मचारी अब डीएम कार्यालय का घेराव करेंगे।

मनीष,संविदा कर्मचारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.