1970 से स्थापित हो रही मां दुर्गा की प्रतिमा
महराजगंज जनपद के कस्बा लक्ष्मीपुर में मां दुर्गा की स्थाई मूर्ति 1965 में समाजसेवी हरिश्चंद मद्धेशिया के सहयोग से स्थापित की गई।
महराजगंज जनपद के कस्बा लक्ष्मीपुर में मां दुर्गा की स्थाई मूर्ति 1965 में समाजसेवी हरिश्चंद मद्धेशिया के सहयोग से स्थापित की गई। उसके बाद 1970 में पंडाल बनाकर प्रतिमा स्थापित होने लगी, जो आज तक चली आ रही है। यहां नौ दिन पूजा के बाद भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। इसके पहले कस्बे में लोगों के सहयोग से रामलीला व कृष्ण लीला का भी आयोजन होता है।
1970 से ही दुर्गा मंदिर परिसर में श्री श्री नवयुवक दुर्गा समिति द्वारा प्रति वर्ष पंडाल बनाकर पूजा किया जाता है। क्षेत्र में यह पंडाल आकर्षण का केंद्र रहता है।
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परिचय: पवन मद्धेशिया
पवन मद्धेशिया ने बताया कि उन्हें जबसे याद है तब दुर्गा मंदिर परिसर में श्री श्री दुर्गा पूजा समिति द्वारा पंडाल बनाकर विधिवत पूजा किया जाता है। लोग बड़े ही आस्था व भक्ति के साथ नौ दिन पूजा करते हैं।
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परिचय: नीरज पांडेय
नीरज पांडेय ने बताया कि मेरे परिवार पर देवी माता की कृपा बनी रहती है। जिनके कृपा से हर वर्ष कुछ मेरे परिवार में अच्छा होता है। इसलिए पूरे परिवार के साथ पंडाल में नौ दिन सहयोग में लगा रहता हूं।
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परिचय: विजय मद्धेशिया
विजय मद्धेशिया ने कहा कि पंडाल में माता की सेवा करने में हम लोगों को आनंद की अनुभूति होती है। इसलिए पूरे नौ दिन पंडाल में माता की सेवा करते हैं। पूरे नौ दिन व्रत रहकर समिति की मदद करते हैं।
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परिचय: जग्गू चौरसिया
जग्गू चौरसिया कहते हैं कि दुर्गा पूजा समिति का सदस्य होने के कारण हमारी जिम्मेदारियां अधिक होती हैं। इसीलिए मुझे बचपन से ही देवी के पंडाल में सेवा करने का मौका मिला है। जो आज भी करता हूं।
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