बूथों पर कतार, सड़कों पर सन्नाटा
आम दिनों वाहनों और राहगीरों की भीड़ के कारण जाम से जूझने वाली सड़कें और चौराहे सूनी नजर आईं। हर तरफ दुकानें बंद रहीं। फुटपाथों पर सजने वाले ठेले खोमचे की दुकानें भी नहीं लगी थीं। उधर ग्राम पंचायतों में चुनाव के कारण अधिक जनता गांव की तरफ ही मुड़ गई थी।
महराजगंज: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर सोमवार को बूथों पर मतदाताओं की भीड़ उमड़ी रही। उत्साह और उमंग के साथ लोग लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सेदारी को आतुर नजर आए। लेकिन शहरी क्षेत्रों में सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा।
आम दिनों वाहनों और राहगीरों की भीड़ के कारण जाम से जूझने वाली सड़कें और चौराहे सूनी नजर आईं। हर तरफ दुकानें बंद रहीं। फुटपाथों पर सजने वाले ठेले, खोमचे की दुकानें भी नहीं लगी थीं। उधर ग्राम पंचायतों में चुनाव के कारण अधिक जनता गांव की तरफ ही मुड़ गई थी। यहां अधिकतर लोग गांव से शहरी क्षेत्र में अपना मकान बनवा लिए हैं, लेकिन वोट करने अपने गांवों में पहुंच गए। गांव में उत्सव का माहौल रहा। घुंघट में महिलाएं जहां मतदान के लिए टोली बनाकर केंद्रों पर पहुंची, वहीं कई मतदाता अपने दोस्तों और अभिभावकों के साथ मतदान के लिए कतार में खड़े रहे। पहली बार वोट डालने वाले युवक-युवतियों में भी खासा उत्साह नजर आया। लेकिन युवकों की टोलियों से गुलजार रहने वाले शहर के गली-चौराहे सूने पड़े थे, लेकिन जैसे ही शाम हुआ तो फिर सड़कों पर रौनक लौट आई और लोग मतदान के परिणाम को लेकर जीत-हार के समीकरण पर चर्चा करने में मशगुल नजर आए।
सरहद सील होने से फंसे रहे यात्री, देर रात तक नहीं शुरू हुआ आवागमन
पंचायत चुनाव के मद्देनजर भारत-नेपाल की सौनौली सीमा 24 घंटे सील रही। इस दौरान सरहद के दोनों पार सैकडों की संख्या में यात्री फंसे रहे। सीमा सील होने से यात्री हलकान रहे। सोमवार की रात 10 बजे तक सीमा को नहीं खोला गया। जिससे लोगों का आवागमन बंद रहा। आम यात्रियों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। फुटपाथ यात्रियों से भरे रहे। भोजन व पेय जल के लिए भी यात्री परेशान रहे। करण गुरुंग, मोहन थापा, सीता न्योपाने, माया, राजन केसी व तुलबहादुर घिमिरे आदि नेपाली नागरिकों का कहना था कि वह भारत में कामगार के तौर पर गए थे। कोरोना के मद्देनजर शुरू हुए लाकडाउन के कारण वह अपने घरों को वापस जा रहे थे। सौनौली बार्डर चुनाव को लेकर बंद किया गया है। सोनौली चौकी प्रभारी रितेश कुमार राय ने बताया कि मतपेटी जमा होने के बाद बार्डर खोलने के निर्देश मिले हैं।