सतर्क रहा प्रशासन, चप्पे-चप्पे पर रही फोर्स
नेपाल से सटे संवेदनशील क्षेत्रों में अयोध्या मामले में फैसले को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन सतर्क रहा। बार्डर से लेकर सभी नाकों गली मोहल्लों और चौराहों पर सुरक्षा को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुस्तैद रही।
महराजगंज: नेपाल से सटे संवेदनशील क्षेत्रों में अयोध्या मामले में फैसले को लेकर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन सतर्क रहा। बार्डर से लेकर सभी नाकों, गली, मोहल्लों और चौराहों पर सुरक्षा को लेकर चप्पे-चप्पे पर पुलिस मुस्तैद रही। हालांकि सड़कों पर सामान्य चहल-पहल रही है। चौक चौराहों पर फैसले को लेकर चर्चाएं चलती रहीं।
प्रशासन किसी भी तरह की चूक नहीं चाहती है, इसलिए सीमा से लेकर बड़े शहरों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। जनपद को चार जोन व 19 सेक्टर में बांटकर जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों द्वारा निगरानी की जाती रही। साथ ही कोतवाली, श्यामदेउरवा, नौतनवा व पनियरा क्षेत्र के 121 अति संवेदनशील गांव में पुलिसकर्मी गश्त करते रहे। जबकि संवेदनशील 93 गांवों में दो-दो कर्मियों द्वारा नजर बनाए रखी गई थी। सुबह से ही नगर के सक्सेना चौक, मऊपाकड़, शिकारपुर, परतावल, पनियरा, पकड़ी, आनंदनगर, नौतनवा, निचलौल आदि क्षेत्रों में जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार, पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान सहित अधिकारियों की गाड़ी दौड़ती रही। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस भी गश्त करती रही। फायर बिग्रेड के वाहन मुस्तैद रहे।
भारत नेपाल की सबसे संवेदनशील सोनौली सीमा पर भी पुलिस एवं एसएसबी के जवान प्रत्येक आने-जाने वाले राहगीरों की जांच के बाद ही प्रवेश करने दे रहे थे। सीमा पर विशेष रूप से महिला जवान भी डटीं रहीं। जो नेपाल से आने वाली महिलाओं पर नजर रखती रहीं।
सीमा पार नेपाल से कोई भी दहशत फैलाने के मंसूबे से प्रवेश न कर सके इसको लेकर पगडंडी रास्तों पर जवान पेट्रोलिग कर करते रहे।
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खाली रह गई जेल
महराजगंज : सतर्कता के तौर पर जिले के छह स्कूल तहसील सदर क्षेत्र में चार, घुघली में एक तथा सिसवा में एक स्कूल को अस्थाई जेल बनाया गया है। लेकिन प्रशासन की सक्रियता से कहीं भी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। इस कारण सभी अस्थाई जेल खाली रह गई।