किशोरियों को जागरूक कर आत्मनिर्भरता की राह दिखा रहीं आशमीन
नौतनवा से समाजशास्त्र विषय में स्नातकोत्तर की शिक्षा ग्रहण करने के बाद समाजिक कार्यकर्ता की अपनी भूमिका का बखूबी निर्वहन कर रही हैं । उनका कहना है कि शुरुआत में मन में थोड़ा संकोच था कि नया कार्य कैसे होगा कैसे इसकी शुरुआत करेंगे लेकिन समय बीतने के साथ ही आत्मविश्वास बढ़ता गया।
महराजगंज : गांव की किशोरियों को स्वास्थ्य, शिक्षा व उनके अधिकार जैसे जरूरी विषयों के प्रति जागरूक कर, उन्हें आत्मनिर्भरता की राह दिखाना ही आशमीन की पहचान बन गई है। स्कूल कालेज की गोष्ठियों व सामाजिक आयोजनों में बढ़चढ़ कर भागीदारी करना व बेबाकी से अपनी बात रखना इन्हें खूब भाता है। इनके सकारात्मक प्रयासों का नतीजा है कि घर-आंगन की चाहरदिवारी तक सिमटी बहुत सी किशोरियां मजबूत कदमों से समाज में व्याप्त बुराईयों के प्रति संगठित होकर मुखर हो रहीं हैं। नौतनवा विकास खंड क्षेत्र के बरगदवा गांव निवासी आशमीन अपनी सकारात्मक सोच के कारण क्षेत्र में किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण संरक्षण, नारी सुरक्षा जैसे जरूरी विषयों को प्रभावी ढंग से समझाकर सभी को इसमे योगदान करने के लिए प्रेरित कर रही हैं।
परिवार के सहयोग व सकारात्मक सोच ने बढ़ाया हौसला
आशमीन राजीव गांधी पीजी कालेज नौतनवा से समाजशास्त्र विषय में स्नातकोत्तर की शिक्षा ग्रहण करने के बाद समाजिक कार्यकर्ता की अपनी भूमिका का बखूबी निर्वहन कर रही हैं । उनका कहना है कि शुरुआत में मन में थोड़ा संकोच था कि नया कार्य कैसे होगा, कैसे इसकी शुरुआत करेंगे, लेकिन समय बीतने के साथ ही आत्मविश्वास बढ़ता गया। अब गांव हो या बाहर हर जगह किशोरियों व से जुड़ी समस्या को सुनकर उसका समाधान बताना मन को सुकून व संतोष प्रदान करता है। उनका कहना है कि अपने लिए तो सभी जीते हैं पर समाज के लिए जीना सेवाभावना को अपनी हर सांस में महसूस करना ही जीवन की सार्थकता है।
22 गांवों के 60 टोले तक पहुंचा अभियान
आशमीन व उनके सहयोगियों द्वारा चलाया जा रहा जागरूकता अभियान इस समय 22 गांवों के कुल 60 टोले तक पहुंच चुका है।