जीरो एक्सपोर्ट डिवाइस से बर्बाद हो रही ग्रीन एनर्जी, नेट मीटर से ठीक होगी व्यवस्था Lucknow News
प्रदेश में रूफ टॉप सोलर प्लांट से उपभोग के बाद बचने वाली बिजली हो रही है बर्बाद।
लखनऊ [रूमा सिन्हा]। रूफ टॉप सोलर प्लांट लगवाने वाले व्यावसायिक प्रतिष्ठान नेट मीटर की जगह जीरो डिवाइस लगवाएंगे। यूपी रेगुलेटरी कमीशन (इआरसी) का यह फैसला पर्यावरण सहित सरकारी खजाने पर भी भारी पड़ रहा है। इसके चलते इन संस्थानों में उपयोग के बाद बच रही ग्रीन एनर्जी बर्बाद हो रही है। यह न तो संस्थान के काम आ पा रही है और न ही सरकार के।
दरअसल, इआरसी ने रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट लगाने वाले व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में नेट मीटर लगाने पर रोक लगा रखी है। इससे प्रतिष्ठान में बन रही बिजली उपभोग के बाद बचने पर रही व्यर्थ हो जा रही है। वहीं नेट मीटर के माध्यम से घरेलू उपभोक्ताओं की अतिरिक्त बिजली सीधे ग्रिड में पहुंच रही है। यूपी सेडा के सचिन गर्ग बताते हैं कि यूपीनेडा की छत पर लग रहा 40 किलोवॉट का सोलर पावर प्लांट शनिवार-रविवार या अन्य अवकाश के दिन बिजली तैयार करेगा। छुट्टी में इसका उपयोग नहीं हो सकेगा और बिजली बेकार हो जाएगी। यही स्थिति स्कूल, कालेजों व अन्य प्रतिष्ठानों में भी है। यहां बन रही सौर ऊर्जा न तो सरकार को मिल रही है और न ही किसी और के उपयोग में आ रही है।
इससे पर्यावरण को तो नुकसान हो ही रहा है राज्य कोष को भी पलीता लग रहा है। वजह यह है कि जितनी ज्यादा ग्रीन एनर्जी का उपयोग होगा पर्यावरण को उतनी राहत मिलेगी। पॉवर कार्पोरेशन मंहगी बिजली खरीद कर सप्लाई करता है। व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में नेट मीटर की व्यवस्था हो तो उसे भी कम दरों पर ग्रीन एनर्जी मिल सकेगी। यूपी नेडा के रूफ टॉप सोलर एनर्जी के नोडल अधिकारी अजय कुमार कहते हैं कि नए नियम के मुताबिक, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के लिए जीरो एक्सपोर्ट डिवाइस अनिवार्य है।