23 से पहले उमस भरी गर्मी से निजात नहीं, सोमवार के बाद भी मध्यम बारिश
शुक्रवार का दिन लोगों के लिए परेशानी भरा रहा। दिन भर उमस भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल रखा। अभी दो दिन उमस से लोगों को निजात नहीं मिलेगी।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश के लिए शुक्रवार का दिन लोगों के लिए परेशानी भरा रहा। दिन भर उमस भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल रखा। सुबह छाए बादल पानी की बूंद को तरसा गए और फिर इसके बाद निकली तीखी धूप ने इतनी उमस बढ़ाई कि लोग पसीना-पसीना होकर बेहाल रहे। माना जा रहा है कि अभी दो दिन उमस से लोगों को निजात नहीं मिलेगी, हालांकि विशेषज्ञों ने हल्की बारिश की उम्मीद अवश्य जताई है। इसके बावजूद उमस बरकरार रहेगी। गुरुवार-शुक्रवार की रात उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश हुई। हालांकि ज्यादातर जिले सूखे जैसे हालात में पहुंच गए हैं। धान की रोपाई के लिए पानी नहीं है। खरीफ की अन्य फसलें पिछड़ रही हैं।
हालांकि लखनऊ और आसपास के जिलों में कहीं कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई। बारिश के बाद लोगों को उम्मीद थी कि उमस व गर्मी से राहत रहेगी, लेकिन हुआ इसका उल्टा। सुबह से शाम तक बादलों व सूर्यदेव के बीच आंख मिचौली चलती रही और दिन भर उमस व गर्मी ने लोगों को बेहाल रखा। कन्नौज, हमीरपुर और फतेहपुर में शुक्रवार को रिमझिम बारिश के बीच कानपुर के आसपास के जिलों में तेज धूप का सामना लोगों को करना पड़ा। उन्नाव में अधिकतम तापमान 34, बांदा में 36, चित्रकूट में 42, फर्रुखाबाद में 34.3, औरैया में 33, इटावा में 34 डिग्री, महोबा में 35 डिग्र्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। कन्नौज में दिन में रिमझिम बारिश के बाद चटक धूप निकली जिससे अधिकतम तापमान 37 डिग्री पर पहुंच गया। हमीरपुर में गुरुवार की बारिश के बाद शुक्रवार को तेज धूप में अधिकतम तापमान 42.01 पहुंच गया। फतेहपुर में छिटपुट बारिश के बाद पारा 34 डिग्री पर रहा।
संगम नगरी और उसके पास के जिलों में मानसून शुक्रवार को भी नहीं पसीजा। बारिश नहीं होने से लोग उमस भरी गर्मी से परेशान नजर आए। इलाहाबाद में अधिकतम तापमान 37 डिग्र्री सेल्सियस रहा जबकि न्यूनतम 28 डिग्र्री सेल्सियस। प्रतापगढ़ और कौशांबी में भी धूप सिरदर्द का सबब बनी रही। हालांकि जब तब बादल आसमान में छाए जरूर, लेकिन बरसे नहीं। कौशांबी में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री और न्यूनतम 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
नरेंद्रदेव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मुताबिक आगामी दिनों में बारिश की संभावना तो है किंतु 22 जुलाई तक उमस बनी रहेगी। इसके बाद सोमवार से गुरुवार के बीच मध्यम स्तर की बारिश होने की संभावना है। कानपुर में सीएसए के मौसम विज्ञानी डा.नौशाद खान ने कहा कि हवा की रफ्तार कम होने से पूर्वी और पश्चिमी भारत के हिस्से में मौजूद मानसून शहर तक नहीं पहुंच रहा है। हवा की दिशा पूर्वी है मगर गति पांच किलोमीटर प्रतिघंटा सीमित रहने से बादल नहीं बरस रहे हैं। 22 जुलाई को बारिश के आसार हैं। उसके बाद 24, 25 व 26 जुलाई को ठीकठाक बारिश हो सकती है।